मीडिया ग्रुप, 06 अक्टूबर, 2022
उत्तराखंड में बस हादसे रुकने का नाम नहीं ले रही। उत्तराखंड में एक और बस हादसा हो गया जिसमें कई जाने चली गई। इस बस हादसे में चालक की लापरवाही प्रथम दृष्टया सामने आ रही है।
हरिद्वार में लालढांग से कांडा जा रही बरात की बस दुर्घटना में चालक की सबसे बड़ी लापरवाही सामने आई है। बस की कमानी खराब थी। कमानी खराब होने से बस रास्ते में कई जगह पर अनियंत्रित हुई, लेकिन चालक हर बार कमानी में ठोक पीटकर जुगाड़ कर उसे चलाता रहा।
सिमली के पास कमानी का पट्टा टूट गया और पलक झपकते ही खाई में गिर गई। बरात की बस का रजिट्रेशन हल्द्वानी से है। बस कोटद्वार से किराये पर आई थी। बस का चालक दिनेश गुसाईं और परिचालक भी कोटद्वार के हैं। इसमें चालक की मौत हो गई, जबकि परिचालक ने खिड़की से कूदकर जान बचा ली।
बस सवार सकुशल लालढांग लौटने वाले धनवीर ने बताया कि बस रास्ते में कई जगह रुकते-रुकते गई। बस चालक कई बार नीचे उतरा और कमानी में काम ठोक कर फिर बस चलाता रहा। बस गिरने से पहले काफी तेज आवाज हुई। आवाज सुनकर किसी को समझने का मौका तक नहीं मिला। कमानी का पट्टा टूटते ही बस चालक की साइड झुक गई और नीचे चली गई।
बताया कि बस की तीन पल्टियां खाने पर वह छटककर बस से बाहर आ गया। इसके बाद उसे बस नजर नहीं आई। बस की आवाज ही सुनी। बताया कि कुछ समय बाद सड़क से लोगों के चिल्लाने की आवाज आने लगी और लोग बचाव के लिए सड़क से नीचे उतरने लगे।
दूल्हे की कार के चालक धर्मेंद्र उपाध्याय ने बताया कि बस में कमानी की दिक्कत की जानकारी होने से बराती अनजान थे। चालक ने रिगीखाल में बस रोकी और मिस्त्री को दिखाया। मिस्त्री ने कमानी के पट्टे को ठोक कर जुगाड़ बना दिया, जिससे बस के एक साइड लहराने की दिक्कत कुछ हद तक कम हो गई, लेकिन मोड़ पर कमानी के पट्टे पर दबाव पड़ने से वह टूट गया और बस खाई में समा गई।