मीडिया ग्रुप, 29 सितंबर, 2022
जम्मू। श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय के सिविल इंजीनियरिंग स्कूल के सहायक प्रोफेसर गौतम नरूला ने केजी रेड्डी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, आंध्र प्रदेश में भूजल प्रबंधन पर एक व्याख्यान दिया।
इस वार्ता का उद्देश्य छात्रों को भारत और दुनिया में भूजल संकट को समझाना था। उन्होंने छात्रों को जागरूक किया गया कि भारत दुनिया में भूजल का सबसे बड़ा उपभोक्ता है। वार्ता के दौरान जिन विषयों पर चर्चा की गई, उनमें संयुक्त राष्ट्र भूजल रिपोर्ट 2022 में प्रस्तुत नीतियां और तथ्य, भूजल प्रबंधन को समझने की आवश्यकता, उठाए जा सकने वाले कदम, और आंध्र प्रदेश किसान प्रबंधन ग्राउंड सहित भारत और दुनिया में सफल केस स्टडी शामिल थे।
नरूला ने बताया कि वाटर सिस्टम प्रोजेक्ट, चाइना स्पंज सिटी और मैनेज्ड एक्विफर रिचार्ज तकनीक की तुलना भूजल और सतही जल के दोहन और प्रबंधन के बीच स्थापित की गई थी। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और आंध्र प्रदेश के कुछ स्थानों में गिरते भूजल स्तर पर विशेष ध्यान दिया गया।
श्री नरूला ने छात्रों को विभिन्न आयामों के बारे में बताया गया कि नीति निर्माताओं और इंजीनियरों को भूजल के अवशोषण को नियंत्रित करने पर विचार करना चाहिए ताकि हम भूजल संसाधनों से समाप्त न हों।