मीडिया ग्रुप, 06 सितंबर, 2022
उच्चतम न्यायालय के आदेशों के क्रम में जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में उत्तराखंड पशु कल्याण बोर्ड की बैठक हुई। बैठक में हेमकुंड यात्रा पर चलने वाले घोड़े-खच्चरों की संख्या निर्धारित की गई। कहा गया कि यात्रा मार्ग पर प्रति किमी के दायरे में अधिकतम 75 घोड़े-खच्चर चलाए जाएंगे।
सोमवार को आयोजित बैठक में पशु कल्याण बोर्ड की ओर से गठित पांच सदस्यीय समिति ने हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर संयुक्त निरीक्षण कर अपनी आख्या प्रस्तुत की। समिति ने बताया कि यात्रा मार्ग पर यात्री और सामान ढुलान के लिए प्रति किमी अधिकतम 75 घोड़े-खच्चर का प्रयोग करने पर आवागमन में सुविधा रहेगी। इस सुझाव को मान लिया गया।
साथ ही घोड़े-खच्चरों का पंजीकरण करने, एक घोड़े-खच्चर पर एक हॉकर या मालिक रखने का नियम भी लागू करने का सुझाव दिया।
डीएम ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि घोड़े-खच्चरों के साथ किसी तरह की क्रूरता न हो, उनकी सुविधा के लिए जो भी आधारभूत ढांचे की जरूरत हो उसकी सूची जल्द उपलब्ध कराएं। इसके अलावा हेमकुंड यात्रा मार्ग पर घोड़े खच्चरों के संचालन के लिए जिला पंचायत के साथ बायलॉज तैयार करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में उत्तराखंड पशु कल्याण बोर्ड के सहायक निदेशक लोकेश सिंह, डा. अशोक कुमार, संयुक्त निदेशक डा. शरद भंडारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी टिहरी डा. आशुतोष जोशी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी चमोली डा. प्रलयंकार नाथ, पशु चिकित्साधिकारी डा. डीसी सेमवाल, रविंद्र सिंह राणा, वन क्षेत्राधिकारी आरती मैठाणी, ईडीसी से चंद्रशेखर चौहान, घोड़ा समिति के अध्यक्ष कमलेश चौहान आदि मौजूद रहे।