मीडिया ग्रुप, 15 अगस्त, 2022
रुद्रपुर। जन समस्याओं के निस्तारण के लिए जिलाधिकारी युगल किशोर पंत ने जिला कार्यालय के एनआइसी सभागार से ई-समाधान चौपाल की अभिनव पहल शुरू की है। इससे ग्रामीणों के साथ प्रशासन का भी समय व पैसा दोनों की बचत होगी और सरकार जनता के द्वार की परिकल्पना साकार होगी।
लक्ष्य है कि ई-चौपाल के माध्यम से अधिकाधिक ग्राम पंचायतों तक पहुंचे व लोगों की तकलीफें दूर कर उन्हें राहत प्रदान करें। जिलाधिकारी पंत ने शुक्रवार को ई समाधान चौपाल में ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक सप्ताह के चौथे व सातवें दिन गांव की सुनवाई का लक्ष्य रखा गया है। जिससे वर्ष में जनपद के सभी गांव कवर हो जाएं। गांवों को संवाद हेतु ई-कनेक्ट के माध्यम से आनलाइन गूगल मीट, जूम मीटिंग से जोड़ा जाएगा। डीएम ने ब्लाक जसपुर के ग्राम सूरजपुर तथा खटीमा ब्लाक के ग्राम मझोला के लोगों की समस्याएं सुनीं।
जसपुर ब्लाक से 30 शिकायतों के सापेक्ष 17 तथा खटीमा ब्लाक से 25 शिकायतों के सापेक्ष 17 का निस्तारण किया गया। जिन समस्याओं का निस्तारण मौके पर नहीं हो पाया है, उनका निस्तारण संबंधित अधिकारी 15 दिनों में सुनिश्चित करें।
जसपुर ब्लाक के ग्राम सूरजपुर से आदेश सिंह, बाबू गिरी ने राशन कम मिलने की शिकायत की तो डीएम ने राशन का भौतिक सत्यापन कराकर जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने के डीएसओ को निर्देश दिए। सुरेंद्र गिरी ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की प्रथम पीढ़ी का प्रमाण पत्र बनवाने, जगदीश कुमार ने तालाब खुदाई के नाम पर कोई भी कार्य न होने की शिकायत की। डीएम ने बीडीओ को जांच रिपोर्ट देने को कहा।
मनोज सिंह ने दिव्यांग प्रमाण पत्र, मंजूबाला ने आंगनबाड़ी में बिजली की समस्या, तन्नू देवी ने मृत्यु प्रमाण पत्र न बन पाने, मंजू ने विधवा पेंशन, हरि सिंह ने आरटीआइ के दुरुपयोग आदि की शिकायत की। खटीमा ब्लाक के ग्राम मझोला से चंपा देवी ने अंत्योदय राशन कार्ड बनवाने, सुरेश कुमार, वीरपाल ने राशन कार्ड सरेंडर करने के बाद पात्रता के आधार पर नया राशन कार्ड बनाने, तारावती ने पीएम आवास योजना में आवास दिलाने, बेसहारा पशुओं को छोड़ने पर रोक लगाने, डोली ने घर में शौचालय न होने, ज्योति ने बिजली का बिल अत्यधिक आने की शिकायत की।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, अपर जिलाधिकारी डा. ललित नारायण मिश्र, एसडीएम प्रत्यूष सिंह, परियोजना निदेशक डीआरडीए हिमांशु जोशी, जिला विकास अधिकारी तारा ह्यांकी, डीपीआरओ आरसी त्रिपाठी आदि मौजूद थे।