मीडिया ग्रुप, 31 जुलाई, 2022
रुद्रपुर। शराब की खरीद और बिक्री के बाद भी शराब बार बीते एक वर्ष से निल रिटर्न भर रहा था। बार के सर्वे के दौरान राज्य कर अधिकारियों ने बड़े स्तर पर कर चोरी पकड़ी है। शराब बार की ओर से दाखिल किए गए रिर्टन में करीब 60 लाख की बिक्री छुपाई गई है।
अधिकारियों ने मौके से बिक्री के कागजात सीज कर दिए। किच्छा बाईपास स्थित रेस्टोरेंट और बार में राज्य कर अधिकारियों ने शनिवार शाम सर्वे किया। राज्य कर विभाग के संयुक्त आयुक्त आरएल वर्मा ने बताया कि फर्म बीते एक वर्ष से पंजीकृत है और लगातार निल रिटर्न दाखिल कर रहा है।
ऐसे में शराब बार के सर्वे के लिए एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें डिप्टी कमिश्नर निशिकांत सिंह, सहायक आयुक्त अनिल सिन्हा, राज्य कर अधिकारी प्रकाश चंद्र त्रिवेदी, हितेश पंत व कुसुम को शामिल किया गया। टीम ने जांच की तो पता चला कि ग्राहकों से जीएसटी वसूली जा रही है लेकिन इसे जमा नहीं किया जा रहा है। फर्म की ओर से खरीद व बिक्री निल घोषित की जा रही है।
ज्वाइंट कमिश्नर ने बताया कि फर्म ने गलती स्वीकार करते हुए सभी कर शीघ्र जमा करने का आश्वासन दिया है। यह कोई पहला और अकेला मामला नहीं है। जिले में राज्यकर विभाग द्वारा पिछले दिनों से चलाते जा रहे अभियान में ऐसे तमाम मामले समाने आये है। जिसमें करोड़ों की टैक्स चोरी पकड़ी गयी।
जानकारों की मानें तो ग्राहकों से तो करोवारी टैक्स का पैसा ले रहा लेकिन सरकार को नहीं दे रहा है । राज्य कर विभाग की छापेमारी से व्यापारियों को यही चोरी पकड़े जाने का भय सता रहा है जबकि उनकी दलील समझ से परे है।