मीडिया ग्रुप, 11 जून, 2022
काशीपुर। जमीन के दस्तावेज को बैंक में बंधक रखकर 40 लाख रूपयों की रकम लेने के बाद शातिर दिमाग दो भाईयों ने बंधक रखी भूमि को चोरी से बेच दिया। पुलिस के कोर्ट के निर्देश पर धोधाधड़ी के उक्त मामले में दो लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर इंडियन ओवरसीज बैंक यूएसनगर के शाखा प्रबंधक ने बताया कि धीरज व नीरज ने वर्ष 2017 की 4 अगस्त को 40 लाख रूपये बैंक से ऋण लिये थे। इस दौरान धीरज व नीरज ने लोन के एवज में जसपुर व काशीपुर में स्थित भूमि के दस्तावेज बैंक में बंधक किये।
आरोप है कि इस बीच लोन की रकम चुनाके बजाये सगे भाईयों ने शातिर दिमागी की परिचय देते हुए बैंक को बिना बताये षडयंत्र के तहत वर्ष 2020 की 5 फरवरी को बंधक रखी भूमि मुरादाबाद निवासी अंकुश को विक्रय कर दी तथा श्री अंकुश के हक में बैनामा तथा रजिस्टर्ड इकरारनामा भी करा दिया।
जबकि उक्त दोनो सम्पत्ति आज भी उक्त ऋणों के एवज में बैक के पास बंधक है। शाखा प्रबंधक ने कोर्ट को दिये प्रार्थना पत्र में बताया कि जब इस बारे में सगे भाइयों ने जानकारी लेने का प्रयास किया तो उलटा चोर कोतवाल को डाटे वाली कहावत चरितार्थ करते हुए दोनों ने बैंक के अधिकारियों को धमकी दे डाली। घटना के तत्काल बाद बैंक के अधिकारी जब मामले की लिखित शिकायत लेकर आईटीआई थाने लेकर पहुंचे तो पुलिसकर्मियों ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की।
अंततः धोखाधड़ी के उक्त मामले में बैंक के अधिकारियों को कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। कोर्ट के निर्देश पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।