मीडिया ग्रुप, 04 जून, 2022
रुद्रपुर। एसओजी और एडीटीएफ की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए चेकिंग के दौरान कार में प्रतिबंधित नशीले इंजेक्शनों का जखीरा ले जाते नशा तस्कर को दबोच लिया। कार की तलाशी लेने पर उसमें अलग-अलग कट्टों में 1473 प्रतिबंधित नशे के इंजेक्शन बरामद हुए। सीओ अभय कुमार सिंह ने खुलासा करते हुए बताया कि एसओजी और एडीटीएफ की टीम ने मुखविर से मिली सूचना के बाद बराड़ कालोनी तिराहा रामपुर बार्डर पर चेकिंग अभियान चलाया।
इस दौरान स्विफ्ट कार की चेकिंग की गयी तो उसमें 1473 नशे के इंजेक्शन बरामद किये गये। पुलिस ने कार चालक गुरूपाल को गिरफ्तार कर लिया। बरामद इंजेक्शनों की कीमत पांच लाख रूपये आंकी जा रही है। पूछताछ में अभियुक्त गुरुपाल ने बताया कि वह काफी समय से नशे का कारोबार कर रहा है वह थाना बिलारी निवासी सरफराज से उक्त नशे के इंजेक्शन लाता है।
सरफराज नशे का बड़ा कारोबारी है जिसने बिराली क्षेत्र में डायजापॉम व ब्रोफिन के इंजेक्शन बनाने की फैक्ट्री लगा रखी है जो रुद्रपुर क्षेत्र के कई लोगों को इंजेक्शन सप्लाई करता है। सरफराज का एक खास आदमी राजू भी है जो उससे इंजेक्शन लाकर रुद्रपुर, हल्द्वानी, काशीपुर क्षेत्र में सप्लाई करता है। कुछ दिन पूर्व उक्त सरफराज से वह 2100 इंजेक्शन लेकर आया था।
जिसमें से 1473 इंजेक्शन पकड़े गये बांकी बेच दिये हैं। अभियुक्त गुरुपाल रुद्रपुर क्षेत्र में 250 व बिलासपुर क्षेत्र में 300 रुपये प्रति इंजैक्शन के हिसाब से इंजेक्शन बेचता था। पुलिस ने मामले की जानकारी विभाग के उच्च अधिकारियों सहित प्रशासनिक एवं संबंधित विभागीय अधिकारियों को दी जिसके पश्चात पुलिस टीम ने बरामद इंजेक्शन को सील कर नशा तस्कर गुरपाल को गिरफ्तार कर लिया और इसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस सरफराज उर्फ मामू की तलाश कर रही है।
खुलासा करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक विक्रम राठौड़, उपनिरीक्षक कमलेश भट्ट प्रभारी एसओजी, उपनिरीक्षक कमाल हसन प्रभारी एडीटीएफ, उपनिरीक्षक ललित बिष्ट, कांस्टेबल आसिफ हुसैन, राजेन्द्र कश्यप, नीरज भोज, ललित कुमार, प्रमोद कुमार, महिला कांस्टेबल अरुणा, भूपेन्द्र आर्या आदि शामिल थे।