मीडिया ग्रुप, 05 मई, 2022
बाजपुर। किसान आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमों की वापिसी की मांग को लेकर किसान बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे है।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि समझौते के तहत आंदोलन के दौरान दर्ज हुए मुकदमे वापस नहीं होने से किसानों में नाराजगी है। समझौता लागू नहीं होने पर अब एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
बृहस्पतिवार को यूपी के लखीमपुर खीरी में किसानों की पंचायत है जिसमें किसानों के मुकदमे, लखीमपुर की घटना सहित कई प्रमुख बिंदुओं पर मंथन कर आंदोलन की रूपरेखा बनाई जाएगी।
बुधवार को भाकियू प्रदेश अध्यक्ष करम सिंह पड्डा के फार्म हाउस पर भाकियू राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा केंद्र सरकार से एमएसपी और किसानों पर हुए मुकदमों को वापस लेने का समझौते हुआ था। सरकार ने एक कमेटी गठित करने के लिए किसान मोर्चा से किसानों के नाम मांगे हैं।
हरियाणा और पंजाब में किसानों के मुकदमे वापस हुए हैं। यूपी और उत्तराखंड में नहीं हुए हैं। कहा बृहस्पतिवार को लखीमपुर खीरी में किसानों की पंचायत की जाएगी जिसमें लखीमपुर खीरी की घटना और एमएसपी को लेकर रूपरेखा बनाई जाएगी। गठित होने वाली कमेटी के लिए पत्र के माध्यम से नाम भेजे जाएंगे।
उन्होंने कहा मुकदमे वापसी के लिए किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द केंद्र सरकार मिलेगा। कहा सरकार किसानों को दबाव में लेने का काम कर रही है लेकिन किसी भी कीमत पर सरकार के मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने कहा किसानों की विभिन्न समस्याओं और बेरोजगारी, महंगाई को लेकर एक बड़े आंदोलन की आवश्यकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि बाजपुर के 20 गांव की भूमि प्रकरण में उत्तराखंड सरकार गुमराह कर रही है। भूमि मामले में सीएम धामी से एक प्रतिनिधिमंडल मिलेगा और किसानों की समस्याओं को हल करने की मांग की जाएगी। इस दौरान ब्लॉक अध्यक्ष प्रताप सिंह संधू, विक्की रंधावा, सन्नी निज्जर, मंदीप नरवाल, सतवंत सिंह, गगन, गुरदीप सिंह आदि मौजूद थे।