ऊधमसिंह नगर : पुलिस फायरिंग मामले में आरोपी के घर बुलडोजर लेकर पहुंची दबिश देने, पुलिस की कार्यशैली पर सवाल।
मीडिया ग्रुप, 01 मई, 2022
ऊधमसिंह नगर। आपराधिक मामलों में आरोपियों को पुलिस प्रशासन द्वारा बुलडोजर का डर दिखाये जाने का चलन बढ़ रहा है। हालांकि ऊधमसिंह नगर में शायद यह पहला मामला ही है जहां हत्या के मामले में आरोपी के घर पुलिस बुलडोजर लेकर पहुंची है।
बाजपुर के पिपलिया के कुलवंत हत्याकांड एवं फायरिंग मामले में मुख्य आरोपित अविनाश शर्मा के घर दबिश देने गए कोतवाल प्रवीण सिंह कोश्यारी अपने साथ भारी पुलिस फोर्स व बुलडोजर भी ले गए। ग्राम केशोवाला स्थित फार्म हाउस के गेट पर घंटों बिता पुलिस बिना किसी कार्रवाई के बैरंग लौट आई।
माना जा रहा है कि पुलिस का मकसद खुद को सरेंडर करने के लिए आरोपितों पर दबाव बनाना रहा। वहीं, इस मामले में आरोपित शर्मा परिवार के अधिवक्ता विजय गर्ग ने कहा कि यदि कोई भवन गलत बना है तो राजस्व विभाग नोटिस जारी करता है। जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर ही प्रशासन अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की कार्रवाई करता है। पुलिस की इसमें कोई कार्रवाई नहीं बनती है।
बकौल अधिवक्ता अविनाश शर्मा व तेजेंद्र सिंह जंटू का सरेंडर प्रार्थना पत्र कोर्ट में दिया गया था, जिसका जवाब पुलिस की ओर से अभी तक नहीं दिया गया है। अलबत्ता एनबीडब्ल्यू वारंट की प्रक्रिया पूरा की जा रही है।
पुलिस की कार्रवाई का विरोध भी होने लगा है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा ने पुलिस प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई व अविनाश शर्मा पक्ष की तरफ से दर्ज मुकदमे में कोई सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि पुलिस अविनाश के जिन मुकदमों का जिक्र कर रही है, जिनमें वह बरी हो चुके हैं। पूर्व जिला पंचायत सदस्य कुलविदर सिंह किदा ने भी आरोप लगाया कि प्रशासन एक पक्ष की सुनवाई नहीं कर रहा है। उनके मुताबिक गोलीबारी में हुई मौत के लिए जिस पर आरोप लगे हैं, वह खुलेआम घूम रहा है।
उन्होंने कहा कि सरेंडर करने के लिए घर पर बुलडोजर चलाने का डर दिखा दबाव बनाना अनुचित कदम है। उन्होंने इस मामले में खुद को शर्मा परिवार का पक्षधर बताया।