पांच कुंतल गांजा के साथ छह तस्कर गिरफ्तार, ओडिशा और विशाखापत्तनम से करते थे तस्करी

मीडिया ग्रुप, 08 अप्रैल, 2022

ओडिशा से गांजा की तस्करी करके आगरा और फिरोजाबाद में कैंटर में सब्जी रखने की प्लास्टिक की क्रेट के नीचे छिपाकर तस्कर ले जा रहे थे। थाना एत्माद्दौला पुलिस ने शाहदरा पर कैंटर रोक लिया। दो आरोपी पकड़े गए, जबकि मुख्य आरोपी सहित दो फरार हो गए। कैंटर से 4.72 कुंतल गांजा बरामद किया गया है।

एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार रात को शाहदरा चुंगी से एक कैंटर को रोका गया। इसमें चार लोग थे। इनमें से दो को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपी ओडिशा के कोरापूट निवासी अमूल्य कुमार बिसोई और फिरोजाबाद के मटसेना निवासी विमल कुमार हैं। वहीं उनके दो फरार साथी खंदौली के उस्मानपुर निवासी उमेश राजपूत और नरायच निवासी ब्रजेश कुमार हैं। उनसे 4.72 क्विंटल गांजा बरामद किया गया।

आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि गांजा की खरीद के लिए उमेश पैसा देता था। ओडिशा से गांजा की तस्करी करते हैं। इसके बाद फिरोजाबाद और आगरा में बेचने के लिए ले जाते हैं। कैंटर में सब्जी की क्रेट के बीच इसलिए छिपाकर लाए थे कि पुलिस पकड़ न सके। क्रेट देखकर यही लगता है कि सब्जी भरी होगी। कैंटर दो महीने पहले किराये पर लिया था। सुरक्षा के लिए अपने पास तमंचा भी रखते हैं। पुलिस ने तमंचा भी बरामद किया है।

आगरा कैंट रेलवे स्टेशन के गेट पर गांजे की खेप की डिलीवरी देने से पहले ही जीआरपी की टीम ने चार तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 40 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया है। इसकी अनुमानित कीमत चार लाख रुपये है। तस्कर गांजा विशाखापत्तनम से लेकर आए थे।

इंस्पेक्टर कैंट देवेंद्र कुमार द्विवेदी ने बताया कि दक्षिण की ओर से आने वाली ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों पर संयुक्त टीमें खास निगरानी रखती हैं। बृहस्पतिवार की सुबह चार बजे कुछ लोगों को गेट पर भारी भरकम बैग लेकर जाते देखकर शक हुआ। उन्हें रोका तो वह गेट के बाहर जाने लगे। पुलिस ने पकड़ लिया।

तलाशी में उनके बैगों में गांजा बरामद किया गया। इंस्पेक्टर ने बताया कि पकड़े गए लोगों में बदरपुर बार्डर, दिल्ली के रहने वाले कन्हैया पांडेय, सुजीत सिंह व लेखराज और गौतमबुद्ध नगर के धनंजय पांडेय शामिल हैं। ये मूल रूप से बिहार निवासी हैं।

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह विशाखापत्तनम से गांजा लेकर आए थे। आगरा कैंट स्टेशन के बाहर उन्हें किसी व्यक्ति को डिलीवरी देनी थी। इसकी एवज में पांच-पांच हजार रुपये दिए जाने की बात तय हुई थी। इस संबंध में चारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इंस्पेक्टर कैंट देवेंद्र कुमार द्विवेदी ने बताया कि पकड़े गए लोग कैरियर हैं। आगरा में खेप कहां पहुंचाई जानी थी, इसकी छानबीन की जा रही है।