उत्तराखंड : साइबर क्राइम पुलिस रुद्रपुर ने पकड़े 19 लाख की साइबर ठगी के दो आरोपी।

मीडिया ग्रुप, 03 मार्च, 2022

रुद्रपुर। साइबर क्राइम पुलिस की टीम ने हल्द्वानी जिला नैनीताल में 19 लाख की साइबर ठगी करने वाले दो शातिर ठगों को दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया। जांच के दौरान उनके खातों में मिली लाखों की धनराशि फ्रीज कर दी गई।

मामले का खुलासा करते साइबर क्राइम पुलिस प्रभारी ललित मोहन जोशी ने बताया कि जिला नैनीताल से 19 लाख रुपये की साईबर ठगी के दो आरोपियों को दिल्ली एनसीआर से गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया बढ़ते साइबर अपराधों के परिप्रेक्ष्य में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हेतु अपराध के नये नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है।

इसी प्रकार के एक मामले में साइबर ठगों द्वारा हल्द्वानी निवासी एक व्यक्ति से फेसबुक पर दोस्ती कर उपहार तथा नकदी भेजने की बात कहकर एयरपोर्ट पर पार्सल में नकदी व स्वर्ण आभूषण होना बताकर पार्सल छुड़ाने के नाम पर कस्टम शुल्क आदि के धोखे में लगभग 19 लाख की धनराशि की ठगी की घटना को अंजाम दिया गया। जिस पर थाना मुखानी जनपद नैनीताल में अभियोग पंजीकृत किया गया।

उन्होंने बताया चूंकि साइबर अपराधी द्वारा इस घटना को पेशेवर तरीके से करते हुये एक बड़ी धनराशि की ठगी की गयी थी। पीड़ित द्वारा उच्च अधिकारियों से इस मामले की जाँच साईबर थाना पुलिस से ही कराने का अनुरोध किया गया था। जिसके फलस्वरूप उच्चाधिकारियों के आदेश से विवेचना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन कुमाऊं परिक्षेत्र, रुद्रपुर को स्थानान्तरित हुई।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले की गम्भीरता को दृष्टिगत रखते हुये डा. पूर्णिमा गर्ग, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ साईबर के पर्यवेक्षण में अभियोग की विवेचना उनके सुपुर्द कर टीम गठित की गयी। उन्होंने बताया गठित साईबर पुलिस टीम द्वारा फेसबुक से सम्पर्क कर फर्जी फेसबुक आईडी के बारे में पत्राचार कर आई के डिटेल्स प्राप्त किये गये तो जानकारी हुयी कि यह सबुक दिल्ली से संचालित की जा रही है।

ठगी की जो धनराशि जिन बैंक खातों में प्राप्त की गयी विवेचना से उक्त खाते में अंकित पते दिल्ली, दिल्ली एनसीआर मुम्बई व पूर्वाेत्तर राज्यों से सम्बन्धित पाये गये। प्रभारी ललित जोशी ने बताया पूरी छानबीन के बाद पुलिस टीम को दिल्ली एनसीआर रवाना किया गया जिस दौरान पुलिस टीम को काफी अहम सुराग हाथ लगे।

उन्होंने बताया ठगी मामले में संलिप्त दो अभियुक्तों सूरज कुमार तमांग निवासी पंचपाड़ा रोड़ोस्ट आफिस बदरताला पाना मटियाज, जिला 24 परगना, पश्चिम बंगाल हाल निवासी किरायेदार सूर्या रेजिडेन्सी मुनिरिका विलेज, धाना किशनगढ़ जिला साज्य वेस्ट दिल्ली तथा विक्रम लिम्बू निवासी गुरुग बस्ती जिला बार्जिलिंग बंगाल हाल निवासी उपरोक्त को गत दिवस मुनिरिकाले पाना किशनगढ़ जिला दक्षिण-पश्चिम दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया। उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाईल फोन, एटीएम कार्ड तथा बड़ी मात्रा में बैंक पासबुक बरामद की गई।

श्री जोशी ने बताया पकड़े गए अभियुक्तों से पूछताछ अभियुक्तों से पूछताछ में कई अहम सुराग हाथ लगे है। उन्होंने कहा निकट भविष्य में गिरोह के अन्य सदस्यों की भी गिरफ्तारी की जायेगी। सम्भावना है कि इन अभियुक्तों द्वारा भारत वर्ष में कई अन्य लोगों को भी धोखाधड़ी कर शिकार बनाया गया हो। जिसके सम्बन्ध में अन्य राज्यों की पुलिस में भी सम्पर्क किया जा रहा है।

अभियुक्तगणो के बैंक खाता में ठगी से प्राप्त धनराशि में से 3.5 लाख रुपये की धनराशि सीज करायी गयी है। तथा बरामद चार मोबाइल फोन, 25 डेबिट कार्ड, 114 बैंक पासबुक कब्जे में ली गई हैं। साइबर ठगों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में निरीक्षक ललित मोहन जोशी, उपनि दिनेश पन्त, एएसआई सत्येन्द्र गंगोला, आरक्षी मोहम्मद उस्मान शामिल थे।

प्रभारी एसटीएफ द्वारा जनता से अपील की है कि वे सोशल मीडिया के इस्तेमाल में सावधानी बरतें, किसी भी अंजान व्यक्ति या महिला की रिक्वेस्ट स्वीकार न करें। किसी भी प्रकार के उपहार लक्की ड्राॅ डिस्काउन्ट, लाॅटरी, पाॅलिसी में बोनस के प्रलोभन में न आयें। भारी मात्रा में विदेशी धनराशि के लालच में आकर धनराशि देने तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी व महत्वपूर्ण डाटा शेयर करने से बचना चाहिये। कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क को वित्तीय साईबर अपराध पंटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें।