मीडिया ग्रुप, 06 फरवरी, 2022
उत्तराखंड में दो दिन लगातार हुई बारिश व बर्फबारी के बाद मौसम साफ हो गया है। हालांकि, बर्फीली हवाओं के कारण पहाड़ से लेकर मैदान तक शीत का प्रकोप बरकरार है। भारी बर्फबारी के कारण पहाड़ों में दुश्वारियां भी बढ़ गई हैं।
दो दर्जन से अधिक मार्ग बंद पड़े हैं, जिससे 50 से अधिक गांव का संपर्क कटा हुआ है। मौसम साफ होने से पर्यटक स्थलों में पर्यटकों का हुजूम उमड़ा है, जिससे जगह-जगह जाम की स्थिति बनी रही।
शनिवार को प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में मौसम साफ रहने से चटख धूप खिली। हालांकि, दिनभर चली सर्द हवा ने सभी को खूब परेशान किया। उधर, पहाड़ों में बर्फबारी के कारण अब भी कई संपर्क मार्ग बंद पड़े हैं।
कुमाऊं में नैनीताल, अल्मोड़ा व रानीखेत शहरी क्षेत्र में कहीं-कहीं बर्फ हटाने का कार्य चल रहा है। नैनीताल के माल रोड समेत हल्द्वानी व बारापत्थर क्षेत्र में हिमपात में पर्यटकों के वाहनों से जाम लगा रहा।
बागेश्वर में कपकोट के उच्च हिमालयी गांवों के रास्ते भी हिमपात के कारण बंद हो गए हैं। पिथौरागढ़ जिले में लिपुलेख, दारमा के बाद थल-मुनस्यारी मार्ग भी भारी हिमपात से तीन दिन से बंद है। कैलास मानसरोवर मार्ग पर तीन दिन से आवाजाही ठप है।
चमोली के देवाल-लोहाजंग-वाण मोटर मार्ग बंद है। टिहरी जिले में भारी बर्फबारी के चलते चंबा-मसूरी मोटर मार्ग दूसरे दिन भी बंद है। वहीं धनोल्टी क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति अब भी बहाल नहीं हो पाई है।
बर्फबारी के कारण रुद्रप्रयाग के 30 से अधिक गांवों में जनजीवन पूरी तरह प्रभावित है। चोपता-त्रियुगीनारायण एवं ऊखीमठ-गोपेश्वर मंडल मोटरमार्ग पर आवाजाही आंशिक रूप से खोल दी गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, उत्तराखंड में अगले तीन दिन मौसम शुष्क रहने के आसार हैं। इस दौरान मैदानी इलाकों में कोहरा और पहाड़ों में पाला दुश्वारियां बढ़ा सकता है।