नानकमत्ता ग्रामीण क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने तेंदुए को आदमखोर घोषित कर शीघ्र मारने या पकड़ने की मांग।
मीडिया ग्रुप, 19 जनवरी, 2022
ग्राम प्रधान संघ की बैठक में क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने तेंदुए को शीघ्र मारने या पकड़ने की मांग की गई, ताकि ग्रामीण उसके आतंक से निजात पा सकें। इसलिए तेंदुए को जल्द आदमखोर घोषित किया जाए। प्रधानों ने जंगल से सटे गांवों में शीघ्र सोलर फेंसिंग करने सहित तीन सूत्री मांगों का ज्ञापन डीएफओ को भेजा।
मंगलवार को ग्राम ध्यानपुर में ग्राम प्रधान समर सिंह के आवास पर संघ की बैठक हुई। अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष भास्कर सम्मल ने की। बैठक में ग्राम प्रधानों ने पिछले दस महीने में तेंदुए के क्षेत्र में आतंक और हमले से चार लोगों की मौत पर चिंता व्यक्त की गई।
कहा कि 15 जनवरी को जंगल में जानवरों के लिए चारा लेने गई ग्राम ध्यानपुर निवासी आरती चंद को घात लगाकर बैठे तेंदुए ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। इससे पूर्व भी तेंदुए ने हमला कर बच्चे हर्षदीप सिंह सहित तीन लोगों की जान ली।
ग्राम प्रधानों ने प्रभागीय वनाधिकारी संदीप कुमार को संबोधित ज्ञापन रनसाली रेंजर प्रदीप धौलाखंडी को सौंपा। ज्ञापन में वन विभाग से तेंदुए को आदमखोर घोषित कर शीघ्र मारने या पकड़ने की मांग की गई, ताकि ग्रामीण तेंदुए के आतंक से निजात पा सके।
जंगल से लगते ग्राम ध्यानपुर, सरोजा, मगरसड़ा, नगला, नलई, पहसैनी, सुनखरी, लामाखेड़ा में शीघ्र सोलर फेंसिंग कराने की मांग की।
ग्राम प्रधान संघ ने कहा कि ध्यानपुर जंगल का क्षेत्र 12 सौ एकड़ में है, जिसे खत्म कर भूमि अन्य विभाग को सौंप दी जाए। ग्राम प्रधानों ने समस्या के शीघ्र निदान न होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
बैठक में हरनाम सिंह, समर सिंह, कविता देवी, सुखविंदर सिंह, सोनी देवी, जयंती देवी, जसविंदर कौर, जगीर सिंह, देवेंद्र सिंह, रेशमा देवी आदि मौजूद थे।
रेंजर धौलाखंडी ने मृतक आरती चंद के घर पहुंचकर शोक जताया और परिजनों को सांत्वना दी। साथ ही तत्काल आर्थिक सहायता के रूप में पति रामचंद को एक लाख रुपये का चेक सौंपा।