उत्तराखंड : धर्मनगरी हरिद्वार के गंगा घाट मकर संक्रांति स्नान पर आये सूने पड़े नजर।

मीडिया ग्रुप, 15 जनवरी, 2022

हरिद्वार। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते धर्मनगरी हरिद्वार के गंगा घाट मकर संक्रांति स्नान पर सूने पड़े नजर आए। संक्रमण न फैले इसके चलते स्नान पर रोक लगा दी गई थी, जहां कोरोना से पहले पर्व स्नानों पर हरकी पैड़ी समेत गंगा के घाटों पर श्रद्धालु उमड़ते थे, वहीं इस बार घाटों पर सन्नाटा पसरा रहा।

मकर संक्रांति पर्व पर धर्मनगरी हरिद्वार में होने वाले पवित्र स्नान पर रोक लगने के कारण हर की पैड़ी क्षेत्र को सील कर दिया गया था। पुलिस ने बैरिकेडिंग कर श्रद्धालुओं के लिए हरकी पैड़ी समेत अन्य गंगा घाटों को सील कर दिया था। मेला क्षेत्र को चार जोन और आठ सेक्टरों में बांटते हुए पुलिस, पीएसी और पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती रही।

एक भी श्रद्धालु हर की पैड़ी क्षेत्र पर दिखाई नहीं दिया। ऐसा नजारा शायद ही आपने पहले कभी देखा होगा। मकर सक्रांति के पिछले स्नान पर्वों की बात करें तो इस समय लाखों की संख्या में देश भर से आए श्रद्धालुओं की भीड़ गंगा स्नान करती थी।

मकर सक्रांति पर्व का बहुत महत्व है। आज के दिन गंगा में स्नान कर काली दाल की खिचड़ी दान करने का बहुत ज्यादा महत्व बताया गया है, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते स्नान पर रोक लगी रही। बार्डर से ही बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को पुलिस वापस भेज रही है।

एक दिन पहले ही पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को ड्यूटी पर तैनात रहते हुए कोविड नियमों का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दे दिए गए थे। साथ ही सभी राजपत्रित अधिकारी व थानाप्रभारी अपने साथ फोटोग्राफी वीडियो कैमरों को भी रखने के निर्देश रहे।

जिले के बार्डर, हरकी पैड़ी व आसपास के घाटों पर लाउडस्पीकर से अपील की जाएगी। मेला क्षेत्र को चार जोन और आठ सेक्टरों में विभाजित किया गया है। हर जोन में पुलिस उपाधीक्षक व सेक्टर में निरीक्षक, थानाध्यक्ष, एसएसआइ व एसआइ स्तर के अधिकारियों की नियुक्ति की गई। पुलिस के अलावा चार कंपनी पीएसी व एक कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स भी तैनात रही।