उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पहुंचे राज्यपाल।

मीडिया ग्रुप, 29 दिसंबर, 2021

हल्द्वानी। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में 36 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया जबकि अन्य को डिग्रीयां देकर सम्मानित किया गया। कार्य क्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि कुलाधिपति व राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल रिटायर्ड गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने संयुक्त रूप से किया।

दीक्षांत समारोह में पद्मश्री अनूप साह और पर्यावरणविद सच्चीनानंद भारती को डी लिट की मानद उपाधि दी गयी। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने विवि के छात्रों और कुलपति को बधाई देते हुए कहा कि विद्यार्थियों को डिग्री हासिल करना आखरी लक्ष्य नहीं हो सकता है। समाज में इसका उपयोग भी करना है। शिक्षा हर दिन सीखते रहने की कला है। शिक्षा ग्रहण करने के लिये उम्र की कोई सीमा नहीं होती है। ओपन विवि में 80 हजार से अधिक छात्र अधयनरत है। उत्तराखंड में कोई भी शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। उत्तराखंड ओपन विवि ने कम समय में सराहनीय कार्य किया है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में साहसी महिलाओं को सशक्त करने की जरूरत है। यहां 50 प्रतिशत से अधिक बालिकाओं को शिक्षा मिल रही है। ओपन युनिवर्सिटी का लाभ राज्य के युवाओं को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि अनुशासन बेहद जरूरी है।

राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड वीर भूमि है तपो भूमि है और ज्ञान की भूमि भी है। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिये पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में शिक्षा की जरूरतों को पूरा करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिये कल्ययाकारी योजना शुरू की है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र सेवा के लिये युवाओं को उच्च स्तरीय ज्ञान से जागरूक रहना जरूरी है।

दीक्षांत समारोह में 36 गोल्ड मेडलिस्ट, तीन विद्यार्थियों को चांसलर मेडल और छह विद्यार्थियों को प्रायोजित मेडल प्रदान किये गये। बीते वर्ष कोविड के कारण दीक्षा समारोह आयोजित नहीं हुआ था। इसलिए इस बार दोनों वर्ष के स्नातक स्तर के 11079, स्नातकोत्तर के 16046, पीजी डिप्लोमा के 112 और प्रमाण पत्र से संबंधित 2100 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गयी।

इसके अलावा अंग्रेजी में पीएचडी के एक छात्र को भी सम्मानित किया गया। कोविड के चलते केवल 200 विद्यार्थियों को ही मेरिट के आधार पर आमंत्रित किया गया है। समारोह में दो विभूतियों को मानद उपाधि प्रदान की गयी। साथ ही कुमाऊं से क्षेत्रीय निदेशक डा. रश्मि पंत व गढ़वाल से डा. संजय नेगी को बेहतर कार्य के लिए सम्मानित किया गया।