उत्तराखंड : कांग्रेस द्वारा हरीश रावत के नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान किया।

मीडिया ग्रुप, 25 दिसंबर, 2021

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत शनिवार को रुड़की पहुंचे। जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने हरीश रावत के नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान किया।

ट्वीट बम फोड़कर कांग्रेस में हलचल मचाने के बाद अपने लिए दिल्ली से उपहार लेकर लौटे पूर्व सीएम हरीश रावत शनिवार को आत्मविश्वास और उत्साह से लबरेज दिखे। फिलहाल उन्हें चुनाव का नेतृत्व मिला है, जीत मिली तो सीएम भी वही बनेंगे। इसे लेकर प्रदेश अध्यक्ष ने खुले मंच से इशारों में ही संकेत दे दिए। वहीं खुद हरीश रावत ने भी शायराना अंदाज में इसका जिक्र किया।

जब से प्रदेश कांग्रेस में भाजपा के कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य की एंट्री हुई है। तब यह सवाल बार-बार सामने आ रहा है कि कांग्रेस को चुनाव में जीत मिलती है तो हरीश रावत ही मुख्यमंत्री बनेंगे या फिर किसी अन्य बड़े नेता को यह ताज दिया जाएगा।

पिछले दो महीनों से कांग्रेस के कार्यक्रमों में भी पदाधिकारी नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के धड़ों के साथ बंटकर काम करते दिखाई दे रहे थे। खुद हरीश रावत ने ट्वीट पर यह कहकर कि उनके हाथ पैर बांधे जा रहे हैं, इस बात का साफ कर दिया था कि कांग्रेस में अंदरखाने खींचतान चल रही है। लेकिन इसके बाद बदले समीकरण में हरीश रावत एक बार फिर हीरो बनकर उभरे हैं।

यही नहीं इस बात की संभावनाएं भी प्रबल हो गई हैं कि कांग्रेस को जीत मिलती है तो अगले सीएम हरीश रावत ही हो सकते हैं। बदले समीकरणों के बाद प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी इस तरफ साफ इशारा किया है। रुड़की में कार्यक्रम के दौरान इस बाबत पूछे गए सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने साफ कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के रूप में वे सीमाओं का अतिक्रमण नहीं करना चाहते।

इससे यह भी साफ हो रहा है कि दिल्ली में हुई बैठक में प्रदेश अध्यक्ष को इस बाबत साफ संकेत तो मिल चुके हैं, लेकिन सीएम की घोषणा करने पर कहीं पार्टी में गुटबाजी तेज न हो जाए। इसलिए इसे खुलकर एलान करने की मनाही है।

वहीं मंच से संबोधित करते हुए खुद पूर्व सीएम हरीश ने इस सवाल पर शायराना अंदाज में कहा कि उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा। विधायक दल तय करेगा कि कौन मुख्यमंत्री होगा। लेकिन दुल्हन तो वही होगी जो पिया मन भाए। ऐसे में माना जा रहा है कि दिल्ली से भी दोनों नेताओं को साफ कर दिया गया है कि जीत मिलने पर अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।