मीडिया ग्रुप, 23 दिसंबर, 2021
ऊधमसिंह नगर। अभी कुछ समय पूर्व ही भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे यशपाल आर्या द्वारा भाजपा छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ले ली थी। अब आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा को करारा झटका देते हुए क्षेत्र के कद्दावर भाजपा नेता व जिला पंचायत अध्यक्ष रेनू गंगवार के पति सुरेश गंगवार ने भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। श्री गंगवार के अचानक इस निर्णय से भाजपा में हड़कंप मच गया है।
श्री गंगवार ने भाजपा से त्याग पत्र देने के साथ ही श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की केंद्रीय सलाहकार समिति के सदस्य से भी इस्तीफा दिया है। क्षेत्र में यह चर्चा जोरो पर है कि श्री गंगवार जल्द घर वापसी करेंगे।
गौरतलब है कि पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य जब गत विस चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस से त्यागपत्र देकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी उसी दौरान सुरेश गंगवार ने भी कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। बताया जा रहा है पूर्व मंत्री यशपाल आर्य के कांग्रेस का दामन पकडने के बाद अब आर्य सुरेश को सितारगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाने के लिये दबाव बना सकते है।
भाजपा से त्यागपत्र देने के बाद सुरेश गंगवार ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पार्टी में रहते हुए स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर देने में मौजूदा सरकार व पार्टी विफल साबित हो गई है। उनकी स्थानीय युवाओं के लिए पार्टी व सरकार से रोजगार के अवसर पैदा करने की मांग हर बार अनसुनी कर दी गई। इससे वह पार्टी में अंदर ही अंदर खुद को असहज महसूस कर रहे थे।
उन्होंने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को भेज दिया है। गौरतलब है कि बरा निवासी सुरेश गंगवार ने वर्ष 2012 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर सितारगंज से लड़ा था। इसमें वह भाजपा के सौरभ बहुगुणा से पराजित हो गए थे। इस बार भी वह सितारगंज सीट से ही चुनाव लडने की तैयारी कर रहे है।
सितारगंज सीट पर पूर्व विधायक नारायण पाल और मालती विश्वास आदि नेता कांग्रेस में टिकट के लिए दोवेदारों में शामिल बताये जा रहे है। यदि सुरेश गगवार कांग्रेस में शामिल होते है तो पार्टी प्रत्याशी के रूप में सितारगंज विधानसभा सीट से दावेदारी पेश करते है तो कांग्रेस में एक बार फिर घमासान होने के संकेत मिल रहे है। बहरहाल सुरेश गंगवार के अगले कदम पर सबकी निगाहे टिकी हुई है।