रुद्रपुर। सामिया इंटरनेशनल बिल्डर्स पर एक बार फिर लाखों की ठगी का आरोप लगने लगा है। आरोप था कि कॉलोनी में दो प्लाट खरीदने के बाद भी बिल्डर ने रजिस्ट्री नहीं की और 17 वर्षों से जमा पूंजी भी वापस नहीं की। पुलिस ने तहरीर के आधार पर ग्रुप के प्रबंध निदेशक के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार नई दिल्ली निवासी दंपति ने बताया कि वर्ष 2006 को सामिया इंटरनेशनल बिल्डर्स के प्रबंध निदेशक जमील अहमद खान ने उनसे संपर्क किया और एनआरआई लेक सिटी रुद्रपुर में बड़ा प्रोजेक्ट विकसित करने की बात कही। साथ ही आश्वासन दिया कि यदि कॉलोनी में निवेश किया तो बेहतर होगा।
आरोप था कि 15 जुलाई 2006 को 200 गज के दो प्लॉट बुक करने के लिए प्रेरित किया जो कि उसकी पत्नी के नाम पर है। दोनों प्लांट के 5,76,000 का भुगतान भी कर दिया। जब कॉलोनी के विस्तार की गति धीमी देखी तो उसके बाद कोई निवेश नहीं किया, जबकि वह 70 फीसदी भुगतान कर चुके थे।
11 जुलाई 2015 को जब प्लाट का मानचित्र देखा तो वहां प्लाट अंकित नहीं था। आरोप था कि बिल्डर बार-बार मानचित्र बदलने का धोखा देता रहा। इसके बाद जनवरी 2024 में दंपत्ति ने कॉलोनी का दौरा किया और प्रोजेक्ट मैनेजर असीम से बातचीत की। प्रोजेक्ट मैनेजर ने आश्वासन दिया कि नक्शा गलत हो चुका है और कुछ ही दिनों में प्लाट को चिह्नित कर कब्जा दे दिया जाएगा।
कई माह बीत जाने के बाद भी कोई कब्जा नहीं दिया तो 29 जुलाई 2024 को अधिवक्ता के माध्यम से नोटिस भेजा और वर्ष 2007 में बैंक में 11,52, 000 रुपये की सावधि जमा राशि (17) वर्षों में 8 प्रतिशत त्रैमासिक चक्रवृद्धि ब्याज पर रखी होती तो वह राशि 42,62,42 रुपये होती। पीड़ित दंपति ने पुलिस को तहरीर देकर ब्याज सहित जमा धनराशि 42.62 लाख रुपये दिलवाने और बिल्डर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।