रुद्रपुर : स्कूल के लिए दिए टैबलेट का गुरुजी घर पर कर रहे इस्तेमाल, अधिकारी के निरीक्षण के बाद खुलासा; जानिए मामला

रुद्रपुर। प्राथमिक शिक्षा को तकनीकी से जोड़ने के उद्देश्य से शिक्षकों को दिए गए टैबलेट सरकारी स्कूलों से गायब हो गए हैं। इन टैबलेट का प्रयोग स्कूलों में बच्चों को ऑनलाइन क्लास देने व ऑनलाइन हाजिरी लगाने के बजाय शिक्षक अपने घर पर कर रहे हैं। बीते दिनों बाजपुर क्षेत्र के दो स्कूलों में निरीक्षण के दौरान डीईओ हरेंद्र कुमार मिश्र को सात अध्यापकों के पास टैबलेट नहीं मिले। पूछताछ करने पर शिक्षक बगले झांकने लगे। अब विभाग ने सभी प्राथमिक स्कूलों पर सख्ती शुरू कर दी है।

ऊधमसिंह नगर जिले में 770 प्राथमिक स्कूलों में लगभग 2200 शिक्षक नियुक्त हैं। एक से पांच तक के 62,945 बच्चों को पीएम ई-विद्या के जरिये ऑनलाइन क्लास देना, शैक्षिक गतिविधि, ऑनलाइन सूचनाएं प्रेषित करने, शिक्षकों व बच्चों की ऑनलाइन हाजिरी, एमडीएम का मैसेज भेजना आदि के लिए सभी शिक्षकों को टैबलेट दिए गए थे। इसका मूल मकसद था प्राथमिक शिक्षा में तकनीकी को जोड़ना। इधर शिक्षक इन टैबलेटों को अपने व्यक्तिगत उपयोग में ले रहे हैं। इसका खुलासा बीती 19 जुलाई को तब हुआ, जब जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक हरेंद्र कुमार मिश्रा खंड शिक्षा क्षेत्र बाजपुर के राजकीय प्राथमिक विद्यालय हरलालपुर के औचक निरीक्षण पर पहुंचे। यहां तीन अध्यापकों के पास टैबलेट नहीं मिले। इसी तरह प्राथमिक विद्यालय सुल्तानपुर के चार अध्यापकों के पास भी टैबलेट नहीं पाए गए। पूछताछ में अध्यापक कोई जवाब नहीं दे पाए। शिक्षा विभाग का मानना है कि शिक्षक इन टैबलेटों का इस्तेमाल अपने घर पर निजी कामों में कर रहे हैं।

प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों को टैबलेट वितरित किए गए थे। दो स्कूलों के निरीक्षण में सात शिक्षकों के पास व स्कूल में टैबलेट नहीं मिले। सभी प्रधानाध्यापकों को निर्देश जारी किए गए है कि स्कूल में टैबलेट का शत-प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित कराएं। आगामी निरीक्षण में अगर टैबलेट नहीं मिले तो प्रधानाध्यापक व अध्यापक की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई की जाएगी।

– हरेंद्र कुमार मिश्र, डीईओ प्रारंभिक