बड़ी खबर : सुपारी देकर कराई गई बाबा तरसेम सिंह की हत्या, साजिशकर्ता सहित चार गिरफ्तार, सेवादार भी घटना में शामिल
मीडिया ग्रुप, 04 अप्रैल, 2024
नानकमत्ता में हुई बाबा तरसेम सिंह की हत्या में बड़ा खुलासा हुआ है। बता दें की आज पुलिस द्वारा नानकमत्ता थाने में कॉन्फ्रेंस ब्रीफिंग की गई थी जिसमे एसएसपी मंजूनाथ टीसी द्वारा जानकारी देते हुए बताया की पुलिस द्वारा यूपी के अलग अलग शहरों में डेरा डाला हुआ था।
उसी क्रम में पीलीभीत से पुलिस ने 4 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जिसमे में मुख्य षड्यंत्रकारी जिसने बाबा तरसेम सिंह की हत्या की 10 लाख की सुपारी पंजाब के शूटरों को दी थी। वहीं एक नानकमत्ता गुरुद्वारा साहिब का सेवादार भी शामिल है जो बाबा तरसेम सिंह की दिनचर्या की पल पल की खबर दोनो शूटरों को देता था साथ ही हथियार भी उपलब्ध करवाए थे।
हत्या के बाद आरोपी फरार हो गया था जिसे उसके साथियों के साथ पुलिस ने उत्तर प्रदेश के पीलीभीत सहित अलग अलग स्थानों से गिरफ्तार किया है। आपको बता दें की मुख्य आरोपी सरबजीत सिंह और उसके साथी अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू ने नानकमत्ता गुरुद्वारा साहिब की सराय में कमरा नंबर 23 किराए पर लिया गया और नानकमत्ता गुरुद्वारा साहिब के एक कर्मचारी अमनदीप सिंह उर्फ काला, निवासी बरा जगत थाना अमरिया, जिला पीलीभीत को अपने प्रभाव में लेकर व लालच देकर उसकी सहायता से 28 मार्च को बाबा तरसेम सिंह की सही-सही लोकेशन ज्ञात कर ली और उसके उपरांत सराय से निकलकर डेरा कार सेवा में जाकर बाबा तरसेम सिंह को गोली मार दी।
सीसीटीवी फुटेज आदि के आधार पर यह जानकारी मिली कि उपरोक्त दोनों अपराधी घटना को अंजाम देने के देने के बाद हत्या की साजिश रचने वाले दिलबाग सिंह निवासी ग्राम कवीरपुर, तहसील पुआयाँ जिला शाहजहांपुर के घर पर पहुंचे और वहां से उनके द्वारा दिलबाग सिंह और उसके साथियों से पूर्व में निर्धारित की गई धनराशि में से 5,00000 लाख रूपये प्राप्त कर लिए और फिर अभियुक्त दिलबाग की सहायता से फरार हो गए।
थाना नानकमत्ता पुलिस द्वारा अभियुक्त गण, दिलबाग सिंह पुत्र लक्षमण सिंह निवासी ग्राम कबीर पुर थाना निगोही जिला शाहजहाँपुर, अमनदीप सिंह उर्फ काला पुत्र कुलदीप सिंह निवासी बरा जगत थाना अमरिया बिला पीलीभीत, हरमिंदर ऊर्फ पिदी पुत्र मलकीत सिंह निवासी रणधीर पुर थाना तिलहर जिला शाहजहाँपुर, बलकार सिंह पुत्र दर्शदा निवासी ग्राम बाधे कंजा धाना करेली जिला पीलीभीत को विभिन्न स्थानो से गिरफ्तार किया गया।