उत्तराखंड : एक करोड़ की ठगी करने वाले गिरोह का तीसरा सदस्य गिरफ्तार, ऐसे बनाते थे लोगों को शिकार

देहरादून। म्यूचुअल फंड में निवेश का लालच देकर एक करोड़ रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के एक और सदस्य को एसटीएफ ने महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया है। गिरोह के दो सदस्यों को एसटीएफ पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। गिरोह पर देशभर में 159 मुकदमे दर्ज हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि गिरोह के तीन हजार से ज्यादा साइबर अपराधों से तार जुड़े हैं।

एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में एक प्रकरण सामने आया था। पीड़ित को व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क कर म्यूचुअल फंड में धनराशि लगाकर लाभ कमाने का लालच देकर एक करोड़ रुपये की ऑनलाइन ठगी की गई थी।

साइबर क्राइम पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच की। जांच के बाद एसटीएफ ने गिरोह के महमीद शरीफ निवासी मार्केट रोड बड़ा उडिपि कर्नाटक और वैश्यक उन्नीकृष्णन निवासी ओलेसरी हाऊस पल्लथ रोड कोडूगंलूर पुलुट त्रिशूर केरल को गिरफ्तार किया। इनकी गिरफ्तारी और पूछताछ के बाद एसटीएफ ने गिरोह के एक और सदस्य यूसुफ मिर्जा खान निवासी रूम नंबर 141 साल्ड पैन रोड संगम नगर वडाला ईस्ट मुम्बई को महाबलेश्वर महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया है।

आरोपी ठगी के लिए पीड़ित के मोबाइल पर मलेशिया से व्हाट्सएप मैसेज करते थे। उन्होंने एक वेबसाइट https://in create wealth2.com बनाई थी। जिसके माध्यम से म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सलाह देते थे। पीड़ित को विश्वास में लेने के लिए 10000 रुपये की राशि के साथ निवेश की शुरुआत कराते थे।

शुरुआत में पीड़ित को रिटर्न भी देते थे। एक करोड़ की ठगी के मामले में भी ऐसा ही किया। पीड़ित ने लालच में आकर तीस लाख रुपये निवेश कर दिए। फिर एक करोड़ का निवेश कर दिए। ठगी के लिए आरोपी फर्जी आईडी से लिए सिम का प्रयोग करते हैं।

एसएसपी ने बताया कि गृह मंत्रालय के सहयोग से आरोपी से बरामद विभिन्न बैंक खातों, मोबाइल नंबरों का गहनता से विश्लेषण किया गया। पता चला कि आरोपियों के ऊपर देशभर में 159 मुकदमे एवं 3272 आपराधिक लिंक मिले हैं।

उत्तर प्रदेश में 19, महाराष्ट्र में दो, तेलंगाना में 62, दिल्ली में 15, बिहार में सात, तमिलनाडु में 14, हरियाणा में आठ, कर्नाटक में 15, गुजरात में छह, आंध्र प्रदेश में तीन, छत्तीसगढ़ में चार, उत्तराखंड में दो, चंडीगढ में दो मुकदमे दर्ज हैं।