मीडिया ग्रुप, 10 फरवरी, 2023
काशीपुर। बेटियों के शैक्षिक व सामाजिक स्तर को ऊंचा उठाने के लिए सरकार जहां एक और तमाम तरह की कल्याणकारी योजनाएं धरातल तक लाने में जुटी है वहीं एक सिरफिरे पति ने पुत्री के पैदा होने पर पत्नी की बुरी तरह पिटाई करते हुए उसे घर से बेघर कर दिया। फसाद की जड़ दहेज की डिमांड है।
पुलिस ने पीड़िता की तहरीर के आधार पर आरोपी पति के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी। घटना के बारे में पुलिस को तहरीर देकर काशीपुर निवासी महिला ने बताया कि वर्ष 2014 की 28 अप्रैल को उसकी पुत्री का विवाह ग्राम नूरपुर बाजपुर निवासी विकास के साथ धूमधाम से संपन्न हुआ।
शादी में कन्या पक्ष द्वारा दान दहेज भी दिया गया। इसके बावजूद भी ससुरालियों का व्यवहार विवाहिता के प्रति ठीक नहीं था। आरोप है कि शादी के कुछ दिन बाद ही दहेज की खातिर पति बुरी तरह उत्पीड़न करने लगा। इस दौरान कई बार पंचायतें हुई लेकिन लोभी पति की आदतों में कोई सुधार नहीं आया। इसी बीच 8 अगस्त 2015 को विवाहिता ने पुत्री को जन्म दिया।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि बेटी के पैदा होने के बाद पति कहा करता था कि तूने एक पुत्री और पैदा कर दिया अब इसके लिए भी दहेज का इंतजाम करना पड़ेगा। प्रताड़ना की हद होने पर मायके वालों से कह कर पीड़िता ने एक मोटरसाइकिल व कार दिलाई लेकिन लोभी ससुरालियों का कहर कम नहीं हुआ वह अत्यधिक दहेज के लिए विवाहिता को लगातार प्रताड़ित करते रहे।
2022 के अप्रैल माह में सिरफिरे पति ने पत्नी को गर्भावस्था में उसके मायके छोड़ दिया। 2022 की 2 दिसंबर को पीड़िता ने दोबारा जब पुत्री को जन्म दिया तो ससुराल वालों का पारा हाई हो गया। डिलीवरी की सूचना मिलने पर पति ने साफ कह दिया कि तू अपनी बेटियां अपने पास रख मैं शादी दूसरी करने जा रहा हूं।
आरोपी पति ने 6 दिसंबर 2022 को दूसरी शादी का ऐलान कर दिया। इस तरह विवाहिता नगर की रही ना घाट की रही। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी पति के खिलाफ दहेज उत्पीड़न के अलावा मारपीट की धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।