मीडिया ग्रुप, 02 दिसंबर, 2022
देश में इस साल मौसम का मिजाज धीरे-धीरे बदल रहा है। दिसंबर की शुरुआत हो चुकी है इसके बावजूद बीते सालों की तुलना में अभी सर्दी कम ही है। मौसम विभाग ने गुरुवार को कहा कि उत्तर पश्चिमी भारत के कई हिस्सों में पश्चिमी विक्षोभ के कम रहने की संभावना है। इसके कारण दिसंबर से फरवरी के बीच में इन हिस्सों में बीते सालों की तुलना में सामान्य से ज्यादा तामपान रहने का अनुमान है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि तापमान में दिन-प्रतिदिन के आधार पर बदलाव हो सकता है। उन्होंने कहा कि आगामी सर्दियों के मौसम (दिसंबर 2022 से फरवरी 2023) के दौरान, प्रायद्वीपीय भारत के कई हिस्सों और मध्य भारत के कुछ हिस्सों और उत्तर-पश्चिम भारत के अलग-अलग हिस्सों में सामान्य न्यूनतम तापमान नीचे रहने की संभावना है।
वहीं, उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों और पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है।
उन्होंने अनुमान जताते हुए कहा कि पश्चिमी विक्षोभ गतिविधि कम हो जाएगी। इसलिए, कम बादल छाए रहेंगे और दिन का तापमान अधिक रहेगा। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी से आने वाली पूर्वी हवाओं के प्रवेश के कारण न्यूनतम तापमान में वृद्धि होगी। इस दौरान बारिश को लेकर उन्होंने कहा कि इस काल में यह जरूरी नहीं है कि बारिश होगी।