महल हत्याकांड : बंबीहा गैंग ने एनआरआई काला का एहसान चुकाने के लिए करवाई किसान नेता की हत्या, पढ़ें पूरा खुलासा।
मीडिया ग्रुप, 31 अक्टूबर, 2022
एनआरआई हरजीत सिंह उर्फ काला के एहसान का बदला चुकाने के लिए ही बंबीहा गैंग के सरदूल सिंह उर्फ सुक्खा ने अर्शदीप उर्फ डल्ला के जरिये काशीपुर के क्रशर स्वामी कांग्रेस नेता महल सिंह की हत्या कराई थी। सुक्खा से काला की पहचान करीब चार साल पुरानी बताई जा रही है।
हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए शूटरों को जो असलहा उपलब्ध कराए गए थे उनकी कीमत आठ लाख रुपये से अधिक बताई गई है। इस डील के 50 लाख रुपये में तय होने की बात कही जा रही है। पुलिस के अनुसार खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) से जुड़े होने की चर्चा के बाद अर्शदीप उर्फ डल्ला और सरदूल सिंह उर्फ सुक्खा कनाडा से अंतरराष्ट्रीय गैंग का संचालन कर रहे हैं।
वहां सरदूल सिंह उर्फ सुक्खा ट्रांसपोर्ट का कारोबार करता है जबकि काशीपुर के गुलजारपुर निवासी हरजीत सिंह उर्फ काला और उसका बेटा तनवीर सिंह ट्रांसपोर्ट के अलावा इंश्योरेंस के काम से जुड़े हैं। बताया गया है कि कनाडा में सरदूल की गाड़ी का कोई केस हो गया था जिसे निपटाने में हरजीत सिंह उर्फ काला ने उसकी मदद की थी।
इसके बाद दोनों में घनिष्ठता हो गई। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान काला को दबंगों के साथ रहने का शौक था। वर्ष 1998 में चंडीगढ़ में हुए एक केस में काला का नाम आ गया था जिसके बाद वह कनाडा चला गया। हरजीत सिंह उर्फ काला ने कनाडा में रहने वाली जसवीर कौर से शादी कर ली।
काला जब भी काशीपुर आता था तो अक्सर सरदूल सिंह उर्फ सुक्खा का जिक्र करता था। एक वर्ष पहले सुक्खा के कहने पर ही उसने पंजाब से भागे शूटरों को अपने गुलजारपुर स्थित फार्म हाउस में पनाह दी थी। कनाडा में गाड़ी के केस को निपटवाने में किए गए एहसान का बदला चुकाने के लिए सरदूल सिंह उर्फ सुक्खा ने हरजीत सिंह के कहने पर महल सिंह की सुपारी दी थी।