मीडिया ग्रुप, 12 अप्रैल, 2022
देहरादून। उत्तराखंड में विपक्षी दल कांग्रेस ने भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सोमवार को कांग्रेस ने सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत के इस्तीफे की मांग को लेकर सचिवालय के बाहर धरना दिया है।
सहकारिता विभाग में हुए भर्ती घोटाले की जांच को लेकर सोमवार को सुबह कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सचिवालय कूच कर दिया। कांग्रेसियों का आरोप है कि इस मामले में सरकार दोषियों को बचाने में लगी है। इतना ही नहीं एक दिन पूर्व प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालने के बाद खुद प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा भी धरनास्थल पर पहुंचकर आक्रामक रूख अखितयार कर लिया है।
इस दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी मौजूद रहे। जबकि पार्टी में हुए बदलाव के बाद कांग्रेस के पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने मौन साध लिया है। बताया जा रहा है कि उनके समर्थक यशपाल आर्य की ताजपोशी के बाद अपनी सियासी जमीन खिसकती हुई महसूस हो रही है। बहरहाल नये प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के समक्ष अब हरदा और प्रीतम सिंह के साथ तालमेल बढ़ाकर पार्टी को मजबूती से आगे बढ़ाने की चुनौती हैं।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा भी इस प्रदर्शन में पहुंचे। हालांकि पुलिस ने उन्हे बैरिकेट लगा कर रोकने की कोशिश की लेकिन वो कुछ आगे तक चले गए। इसके बाद कांग्रेसियों ने वहीं धामी सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी।
कांग्रेस का आरोप है कि सहकारिता विभाग में धन सिंह रावत के कार्यकाल में ही भर्ती घोटाला हुआ है और उन्ही के कार्यकाल में जांच कैसे हो सकती है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धन सिंह रावत के इस्तीफे की मांग की है।
वहीं इस प्रदर्शन के दौरान ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी पहुंचे। हरीश रावत ने आरोप लगाया कि राज्य की धामी सरकार भ्रष्ट्राचार को बढ़ावा दे रही है।