मीडिया ग्रुप, 09 अप्रैल, 2022
देहरादून। इस वर्ष गर्मी की संभावना अधिक जताई जा रही है। अप्रैल महीने में ही गर्मी ने पसीने छुड़ाने शुरू कर दिए है। अब मौसम विभाग द्वारा भी अगले चार भारी गर्मी का रेड अलर्ट जारी कर संकेत दे दिए है कि इस बार गर्मी भी खूब परेशान करने वाली है।
मौसम विज्ञान केंद्र ने पारे में उछाल को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड में अगले चार दिन मौसम कड़ी परीक्षा ले सकता है। मैदानों में हीट स्ट्रोक का खतरा रहेगा।
ज्यादातर इलाकों में पारे में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। जंगल की आग की घटनाएं बढ़ने और ग्लेशियर के तेजी से पिघलने की आशंका है। इसे लेकर विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
इन दिनों मैदान से लेकर पहाड़ी इलाकों तक में चिलचिलाती धूप पसीने छुटा रही है। दिन में भीषण गर्मी का एहसास हो रहा है। ज्यादातर इलाकों में पारा सामान्य से चार से सात डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है।
मौसम विज्ञान के मुताबिक, अरब सागर से उठने वाले पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता धीमी होने के कारण फिलहाल बारिश के आसार कम हैं। अगले चार दिन में तापमान में अधिक बढ़त होने की आशंका है।
उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, बागेश्वर, नैनीताल, चम्पावत में संवेदनशील इलाकों में जंगल की आग विकराल हो सकती है। साथ ही ग्लेशियर तेजी से पिघलने से हिमस्खलन व नदियों के जल स्तर में वृद्धि हो सकती है। इसलिए विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
पर्यटन, लोनिवि एवं पंचायतीराज मंत्री सतपाल महाराज ने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में जंगलों में लगी आग पर नियंत्रण के लिए ग्रामीणों से आगे आने का आह्वान किया है। उन्होंने वनों को बचाने में महिला मंगल दलों और स्वयं सहायता समूहों से भी सहयोग की अपील की है।
कैबिनेट मंत्री महाराज ने गढ़वाल क्षेत्र के भ्रमण के दौरान वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जंगलों की आग की रोकथाम के लिए युद्धस्तर पर कदम उठाएं। साथ ही स्थानीय ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे आग पर नियंत्रण के लिए वन विभाग का सहयोग करें, ताकि वन संपदा के साथ ही बहुमूल्य जड़ी-बूटियों को आग से बचाया जा सके।