राष्ट्रीय : गैस सिलेंडर के दाम से लेकर बैंकिंग नियमों तक कल से हो रहा बड़ा बदलाव, पढ़िए क्या-क्या हो रहा है बदलाव
मीडिया ग्रुप, 28 फ़रवरी, 2022
हर महीने की पहली तारीख को कई तरह के ऐसे बदलाव देखने को मिलते हैं जो आपकी जेब के साथ रोजमर्रा की जिंदगी पर असर डालते हैं। इसके तहत एलपीजी सिलेंडर के दाम से लेकर बैंकिंग सेवाओं तक में बदलाव होते हैं। इस बार भी गैस सिलेंडी की कीमत में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। इसके अलावा मार्च 2022 में कुछ और खास बदलाव होने वाले जो सीधे आपको प्रभावित करेंगे।
गौरतलब है कि हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर की कीमत तय होती है। चूंकि, गैस के दाम सीधे आम आदमी की रसोई से जुड़े हैं तो लोगों की नजर इस पर सबसे ज्यादा रहती है। हाल के कई महीनों से रसोई गैस की कीमतों में बदलाव नहीं हुआ है ऐसे में एक मार्च 2022 को इसकी कीमत में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। देखना दिलचस्प होगा कि एक मार्च को सिलेंडर की कीमतों में इजाफा होता है या इसके दाम स्थिर रहते हैं।
आईपीपीबी यानि इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक ने अपने डिजिटल सेविंग्स अकाउंट के लिए क्लोजर चार्जेज लेना शुरू कर दिया है। अगर आपका इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में बचत खाता है तो आपको इस चार्ज का भुगतान करना होगा। यह चार्ज है 150 रुपये होगा और इस पर जीएसटी अलग से देना होगा। आपको बता दें कि बैक की ओर से ये नया नियम 5 मार्च 2022 से लागू कर दिया जाएगा।
पेंशनर्स के लिए 28 फरवरी लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने की अंतिम तारीख है। यानी एम मार्च से ये सरकार की ओर से दी गई ये छूट खत्म हो जाएगी। गौरतलब है कि पेंशन निरंतर पाते रहने के लिए जरूरी है कि पेशनर्स अपना जीवन प्रमाण पत्र समय पर एक मार्च से पहले यानी आज तक हर हाल में जमा करें।
बता दें कि आम तौर पर जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की आखिरी तारीख हर साल 30 नवंबर होती है लेकिन सरकारी पेंशनभोगियों को एक बड़ी राहत देते हुए इस साल दो बार तारीख बढ़ाई गई थी। अगर समय सीमा से पहले जीवन प्रमाण पत्र जमा नहीं किया गया तो पेंसन रुक जाएगी। ऐसे में आप घर बैठे भी जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं। इसके लिए आपको डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जनरेट करना होगा।
आरबीआई ने डिजिटल पेमेंट में बड़े बदलाव की तैयारी कर ली है। प्रॉप्राइटरी क्यूआर कोड का इस्तेमाल करने वाले एक या अधिक इंटरऑपरेबल क्यूआर कोड की ओर स्थानांतरित होंगे। स्थानांतरण की यह प्रक्रिया 31 मार्च, 2022 तक पूरी होनी जरूरी है। इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने कहा कि कोई भी पीएसओ किसी भुगतान लेनदेन के लिए कोई नया प्रॉप्राइटरी कोड शुरू नहीं करेगा।
बैंकों के एटीएम में कैश भरने के लिए नियम मार्च में बदलने जा रहे हैं। गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंकों को एटीएम में कैश भरने के लिए केवल लॉकेबल कैसेट के इस्तेमाल को लागू करने की अंतिम तिथि को बढ़ाकर मार्च 2022 कर दिया था।
वर्तमान में, अधिकांश एटीएम (ऑटोमैटेड टेलर मशीन) में नकद धन को ओपन कैश टॉप-अप या स्पॉट पर ही मशीन में कैश डालने के जरिये भरा जाता है। एटीएम में नकद डालने के मौजूदा सिस्टम को खत्म करने के लिए आरबीआई ने बैंकों को निर्देश दिया है कि एटीएम में कैश रिपलेनिशमेंट के समय केवल लॉकेबल कैसेट का ही इस्तेमाल सुनिश्चित किया जाना चाहिए।