मीडिया ग्रुप, 21 जनवरी, 2022
देहरादून। भाजपा द्वारा लम्बी जद्दोजहद के बाद बृहस्पतिवार को विधानसभा चुनाव के लिए 70 में से 59 सीटों पर प्रत्याशियों का एलान कर दिया। राज्य में कुल 70 सीटों में से 59 सीटों पर ऐलान के बाद 11 सीट अभी बाकी है जिनमें प्रत्याशियों के नाम फाइनल होना अभी बाकी है।
भाजपा नेतृत्व अब शेष 11 सीटों पर प्रत्याशियों के चयन को अंतिम रूप देने के लिए मंथन में जुट गया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के अनुसार बची हुर्ई सीटों पर दो दिन में निर्णय ले लिया जाएगा।
भाजपा ने गुरुवार को गढ़वाल मंडल की 41 में से 35 और कुमाऊं की 29 में से 24 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का एलान किया। अब जिन 11 सीटों पर प्रत्याशी चयन को माथापच्ची करनी पड़ रही है, उनमें गढ़वाल की छह और कुमाऊं की पांच सीटें शामिल हैं।
इन सीटों पर राजनीतिक समीकरण साधने की रणनीति या फिर दूसरे कारणों से असमंजस बना हुआ है। यही कारण भी है कि इन सीटों पर अभी तक निर्णय नहीं हो पाया। भाजपा का केंद्रीय व प्रांतीय नेतृत्व इन सीटों को लेकर अब ज्यादा देरी करने के मूड में नहीं है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि मंथन चल रहा है। प्रयास है कि दो दिन में निर्णय लेकर शेष 11 सीटों पर भी प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी जाएगी।
भाजपा नेतृत्व ने प्रत्याशियों की पहली सूची में युवा जोश के साथ ही अनुभव को भी महत्व दिया है। उन उम्रदराज विधायकों को भी टिकट दिए गए हैं, जिनका लंबा राजनीतिक अनुभव है। वे अपनी सीट के साथ ही आसपास की सीटों पर प्रभाव रखते हैं।
इस कड़ी में भाजपा ने प्रदेश सरकार में मंत्री एवं वरिष्ठ नेता बंशीधर भगत को कालाढूंगी और बिशन सिंह चुफाल को डीडीहाट सीट से इस बार भी प्रत्याशी बनाया है। कुछेक अन्य उम्रदराज विधायकों को भी पार्टी ने अवसर दिया है। उम्रदराज नेताओं को चुनाव मैदान में बनाए रखने के पीछे भाजपा की रणनीति इन चुनावों में जीत की संभावनाओं को और प्रबल बनाए रखने की भी है।