पंजाब के नायक गुरसेवक सिंह ने गंवाई जान, आज पार्थिव शरीर पहुंचेगा गांव।

मीडिया ग्रुप, 09 दिसंबर, 2021

पंजाब। विधानसभा हलका खेमकरण के गांव दोदे सोढियां में बुधवार की शाम को जलते चूल्हों की आग उस समय ठंडी पड़ गई जब रात 7.53 मिनट पर आर्मी हेडक्वार्टर से सूचना मिली कि तमिलनाडू में हेलिकाप्टर हादसे के दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 13 सैनिकों की जान चली गई है। इनमें गांव दोदे सोढियां निवासी भारतीय सेना के 31 साल के नायक गुरसेवक सिंह भी शामिल हैं।

यह खबर सुनते ही गुरसेवक सिंह के पिता काबल सिंह सुध बुध खो बैठे। वे बेटे को याद कर बार-बार कह रहे थे कि ओए सेवका हुण सुणदा क्यों नई, आह वेख तेरी वोहटी जसप्रीत किवें गुम्म पई आ। तू तां कंहदा सी मैं अगले हफ्ते घर आवांगा, पर आह की माड़ी खबर सुण लई। वे गुरसेवका तू इक वार आखदे कि ऐह सब झूठ है।

इस दौरान काबल सिंह को उनके चार बेटे और दो बेटियां चुप कराने का प्रयास करते रहे। गांव के सरपंच गुरबाज सिंह, ग्रामीण मंदीप सिंह और अंग्रेज सिंह ने बताया कि नायक गुरसेवक सिंह सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ बतौर पर्सनल सिक्योरिटी आफिसर (पीएसओ) तैनात थे। सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान भी वे जनरल रावत के साथ थे।

नायक की पत्नी जसप्रीत कौर को पति की मौत के बारे में आज सुबह तक कुछ नहीं बताया गया। काबल सिंह ने बताया कि करीब दो माह से बीमार चल रही जसप्रीत कौर से मोबाइल पर बातचीत में गुरसेवक ने कहा था कि जसप्रीत फिक्र न कर तूं ठीक हो जांवेगी, सिमरत, गुरलीन और फतेह नू चंगी तरां पड़ावी, ऐवें फिक्र न करिया कर तू ठीक हो जावेंगी, मैं अगले हफ्ते छुट्टी ले के आवांगा अते तैनूं नाल लेके जावांगा। आर्मी अस्पताल विच्च वदिया इलाज हुंदा ए।

गुरसेवक सिंह की पत्नी जसप्रीत कौर बार-बार अपने ससुर काबल सिंह से पूछ रही थी कि आखिर घर में इतनी भीड़ क्यों हो रही है। जसप्रीत कौर अपनी नौ वर्षीय बच्ची सिमरत, सात वर्षीय बेटी गुरलीन और साढ़े चार साल के बेटे गुरफतेह सिंह के साथ हैरानी से सब को देख रही थी। जसप्रीत कौर का ये व्यवहार देखकर काबल सिंह फफक रो पड़े।