ऊधमसिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मणिकांत मिश्रा ने पुलिस विभाग में अनुशासन और जिम्मेदारी को प्राथमिकता देते हुए उपनिरीक्षक मनोज जोशी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उपनिरीक्षक पर आरोप है कि उन्होंने एक महत्वपूर्ण विवेचना को पांच महीने से अधिक समय तक लंबित रखा, जिसके परिणामस्वरूप न्यायिक प्रक्रिया में गंभीर बाधा उत्पन्न हुई।
मनोज जोशी पर आरोप है कि उन्होंने विवेचना के कार्य में घोर लापरवाही बरती और तय समय सीमा के भीतर आवश्यक कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा नहीं किया। यह मामला तब गंभीर हो गया जब बिना किसी ठोस कारण के विवेचना लंबित पाई गई, जिससे संबंधित पक्षों में असंतोष और अनिश्चितता की स्थिति पैदा हुई।
इस लापरवाही के मद्देनजर एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने काशीपुर क्षेत्राधिकारी को इस मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं, ताकि इस मामले की जड़ तक पहुंचकर उचित कार्रवाई की जा सके। एसएसपी मिश्रा ने जिले के सभी पुलिस अधिकारियों को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि विवेचना में किसी भी प्रकार की देरी या लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और अगर कोई अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से पीछे हटता है, तो उसके खिलाफ कड़ी दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा का यह कदम पुलिस प्रशासन में पारदर्शिता और जवाबदेही को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। इससे न केवल पुलिसकर्मियों को अपने कर्तव्यों के प्रति सतर्क रहने का संदेश मिलेगा, बल्कि न्यायिक प्रक्रियाओं को सुचारु रूप से संपन्न करने में भी मदद मिलेगी।