रुद्रपुर : 460 लोगों ने छोड़ा घर…150 से ज्यादा मकानों में घुसा पानी, बाढ़ जैसे हालात

उधमसिंह नगर। रुद्रपुर क्षेत्र में 12 घंटे हुई बारिश से कल्याणी और बैगुल नदी उफान पर आ गई। मुखर्जीनगर सहित छह से अधिक क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। करीब 150 से अधिक घरों और दुकानों में पानी भर गया। हालात इस कदर खराब हुए कि आजादनगर में घरों में फंसे 65 लोगों को एसडीआरएफ ने राफ्टिंग नाव की मदद से सुरक्षित निकाला। चार बाढ़ राहत शिविरों में 460 लोगों को ठहराया गया है।

मंगलवार रात दस बजे से क्षेत्र में शुरू हुई मूसलाधार बारिश बुधवार दोपहर तक जारी रही। बारिश के चलते कल्याणी के साथ ही बैगुल नदी का जलस्तर बढ़ा और पानी निचले स्थानों में घुसना शुरू हो गया। ट्रांजिट कैंप के आजादनगर, मुखर्जीनगर, जगतपुरा, प्रेमनगर बस्ती, संजयनगर खेड़ा, फुलसुंगा के कई मोहल्लों में भारी जलभराव से लोगों में अफरातफरी मच गई।

आजादनगर में सात से आठ फुट तक जलभराव हुआ। एसडीआरएफ प्रभारी बालम सिंह बजेली के नेतृत्व में टीम ने रेस्क्यू अभियान चलाकर करीब 65 लोगों को घरों से सकुशल बाहर निकालकर नजदीकी ओम पब्लिक स्कूल के बाढ़ राहत कैंप में पहुंचाया। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित 395 लोगों को बालिका विद्या मंदिर जगतपुरा, राजकीय प्राथमिक विद्यालय आवास विकास व भंडारी कॉन्वेंट स्कूल के राहत शिविर में ठहराया गया।

मुखर्जीनगर के एक स्कूल में बने राहत शिविर में जलभराव होने से यहां के लोग अपने घरों की छतों पर चले गए। एसडीआरएफ प्रभारी बजेली ने बताया कि कई लोग घरों की छतों पर थे और कुछ लोग आने को तैयार भी नहीं थे। पानी का जलस्तर लगातार बढ़ने पर इन लोगों को समझाकर रेस्क्यू किया गया ।

नदियों का जलस्तर बढ़ने पर प्रशासन की अपील पर रात को ही लोग राहत शिविर में पहुंचने लगे। कई लोग घरों का सामान निकालकर छतों पर जा पहुंचे और जलभराव से बचाव के लिए सारी रात छत पर ही रहे। कई परिवार रिश्तेदारों के यहां शरण लेने चले गए। जलभराव के कारण घरों में रखा अनाज, फर्नीचर आदि सामान भी भीगकर खराब हो गया।

तीनपानी भी हुआ पानी-पानी, फंस गई स्कूल बस

बारिश के पानी से तीनपानी लबालब भरा रहा। हालात ये हो गए कि पूर्व विधायक राजेश शुक्ला का आवास में भारी जलभराव हो गया। आसपास की करीब दर्जन भर दुकानों में भी पानी भर गया। सड़क पर तीन से चार फुट तक पानी भरने से बुधवार की सुबह 22 बच्चों को लेकर स्कूल जा रही निजी स्कूल की बस बीच सड़क में ही फंस गई और पानी के तेज बहाव को देखकर बच्चे भी परेशान हो गए। चालक ने आसपास के लोगों से मदद की गुहार लगाई।

वहीं, बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के दौरे पर निकले एसडीएम मनीष बिष्ट, तहसीलदार दिनेश कुटौला, नगर आयुक्त नरेश दुर्गापाल के साथ ही टीम वहां पहुंची थी। अधिकारी व कर्मचारियों सहित अन्य लोगों ने धक्का मारकर बस को जलभराव क्षेत्र से बाहर निकाला था। बच्चों को स्कूल ले जाने के लिए स्कूल से दूसरी बस वहां पहुंची।