रुद्रपुर। मकान विक्रेता को बुजुर्ग की मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए लोगों ने थाना ट्रांजिट कैंप में हंगामा काटना शुरू कर दिया और शव को रखकर जाम लगाने की धमकी दी। आरोप था कि विक्रेता द्वारा मकान की रजिस्ट्री करने पर बुजुर्ग मानसिक अवसाद से गुजर रहे थे।
जिस वजह से उनकी मौत हुई। वहीं पुलिस पर भी आरोप लगाया कि शिकायती पत्र देने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर मामला शांत किया और तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार ट्रांजिट कैंप निवासी सौरभ ने बताया कि 18 दिसंबर 2021 को पिता प्रेम चंद ने रामपुर स्थित गांव की जमीन बेचकर ट्रांजिट कैंप में दो मंजिला मकान खरीदा था। विक्रेता द्वारा जिसकी कीमत 60 लाख रुपये बताई थी और पिता ने मेहनत की धीरे-धीरे मकान की कीमत भी चुकता कर दी।
आरोप था कि सात जुलाई 2024 को उस के पिता भाई के साथ मकान विक्रेता के घर गए और मकान की रजिस्ट्री करने की बात कही। जिसे सुनकर आरोपी ने पिता के साथ अभद्रता की और धक्के मारकर बाहर निकाल दिया। साथ ही रजिस्ट्री नहीं करने की धमकी भी दी। आरोप था कि रकम ले ने के बाद विक्रेता की नीयत खराब हो गई थी।
प्रकरण को लेकर थाना ट्रांजिट कैंप पुलिस के अलावा एसएसपी को भी शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी,लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जिस वजह से आठ जुलाई को मानसिक अवसाद से गुजर रहे पिता की तबीयत बिगड़ गई और रुद्रपुर, बरेली से रेफर करने के बाद ऋषिकेश ले गए।
जहां उपचार के दौरान पिता ने दम तोड़ दिया। जैसे ही मौत की खबर परिजनों को हुई। वैसे ही गुस्साएं परिजनों ने मंगलवार की शाम को थाना ट्रांजिट कैंप का घेराव कर दिया और जमकर हंगामा काटते हुए शव को रखकर जाम लगाने की धमकी दी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी भारत सिंह मौके पर पहुंचे और तहरीर लेते हुए प्रकरण में कठोर कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद ही लोगों का गुस्सा शांत हुआ।