दर्दनाक: उधमसिंह नगर में धमाके की गूंज और आग की लपटों में दब गई डंपर चालक की चीखें, जानिए पूरा मामला

उधमसिंह नगर। काशीपुर के गोविंदपुर के पास हाईवे पर हुए हादसे के बाद रवि क्षतिग्रस्त डंपर में फंस गया। वह कुछ समझ पाता कि इससे पहले ही डंपरों ने आग पकड़ ली। उसका सहायक और दूसरे डंपर के चालक-परिचालक ने तो किसी तरह खुद को बचा लिया लेकिन रवि लाख कोशिशों के बावजूद डंपर से नहीं निकल पाया। वह मदद के लिए चीखा-चिल्लाया लेकिन कोई उसकी की गुहार किसी ने नहीं सुनी और धमाके की गूंज में उसके जिंदा बचने की उम्मीद दब कर रह गई। ज्यों-ज्यों आग की लपटें बढ़ती गईं, उसकी आवाज कम होती चली गईं।

मंगलवार सुबह हादसे का शिकार हुए रवि को इस बात का कतई अनुमान नहीं था कि उसके जीवन के सफर का अंत इतना दर्दनाक होगा। पुलिस और अग्निशमन दस्तों के जवानों की माने तो बोनट में पैर फंसने के कारण रवि को बचने का मौका नहीं मिल पाया। बैठे-बैठे ही वह मौत के मुंह में चला गया। पुलिस के अधिकारियों के अनुसार सुबह चार बजे लोग ना के बराबर घरों से निकलते हैं, ऐसे में रवि की मदद की गुहार किसी ने भी नहीं सुनी होगी।

उजाला होने पर राहगीरों ने हादसे की भयावहता को देखते हुए पुलिस को सूचना दी लेकिन जब तक पुलिस और अग्निशमन अधिकारी पहुंचकर बचाव कार्य शुरू करते सब कुछ समाप्त हो गया था। हादसे के मौके पर सबसे पहले पहुंचे जसपुर के अग्निशमन अधिकारी एसके थापा ने बताया कि जिस तरह से रवि की लाश सीट पर फंसी हुई थी उसे देखकर ऐसा लग रहा था कि टक्कर लगते ही संभवतया वह बेहोश हो गया गया होगा और स्टेयरिंंग में फंस हो गया।