रूद्रपुर। पत्रकारिता दिवस के अवसर पर कुमांयू युवा प्रेस क्लब की ओर से जिला पंचायत सभागार में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया गोष्ठी की अध्यक्षता क्लब के अध्यक्ष सौरभ गंगवार ने की इस अवसर पर जिला सूचना अधिकारी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया।
गोष्ठी का शुभारम्भ विधिवत दीप प्रज्वलित करके किया गया गोष्ठी में उपस्थित पत्रकारों ने जिला सूचना अधिकारी द्वारा पंतनगर में उप राष्ट्रपति के कार्यक्रम की कवरेज के लिए चंद पत्रकारों के ही कार्ड बनाये जाने की निंदा की उपस्थित पत्रकारों ने कहा कि जिला सूचना अधिकारी ने जानबूझकर अपने चेहेते पत्रकारों के कवरेज पास बनाये अन्य पत्रकारों को कार्यक्रम की जानकारी तक नहीं दी गयी पत्रकारों ने एक स्वर में कहा कि जिला सूचना अधिकारी ने अपना भेदभाव का रवैया नहीं सुधारा तो कुमायू युवा प्रेस क्लब डीआईओ के खिलाफ मोर्चा खोलेगा।
क्लब के अध्यक्ष सौरभ गंगवार ने कहा कि सभी को पत्रकारिता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि 2008 से इस संगठन का रजिस्ट्रेशन किया गया था और यह संगठन अभी तक एकता का परिचय देते हुए पत्रकारों के हितों के लिए हमेशा तत्पर रहा है। पत्रकार हित में संगठन ने बड़ी बड़ी लड़ाइयां लड़ी हैं।पत्रकार उत्पीड़न के मामले में दिल्ली तक लड़ाई लड़ी गयी सौरभ गंगवार ने कहा कि युवा प्रेस क्लब पत्राकारों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं करेगा।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुरबाज सिंह ने कहा कि आज पत्रकारों को एकजुट होने की जरूरत है। उन्होंने कहां कि पत्रकारिता शुरू से ही एक मिशन रहा है। पत्रकारों के सामने हमेशा चुनौतियां रही हैं। वर्तमान परिवेश में चुनौतियां काफी बढ़ गई है। फिर भी हमें ईमानदारी और निष्ठा के साथ निडर होकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए गुरबाज सिंह ने कहा कि यदि आप सच बोलेंगे, सच लिखेंगे तो सब आपका सम्मान करेगें वर्तमान दौर में पत्रकारिता के मूल्यों को बनाए और सजोये रखना भी हम लोगों की नैतिक जिम्मेदारी है।
महामंत्री हरविंदर सिंह चावला ने कहा कि 30 मई के दिन 1826 को हिन्दी भाषा का पहला समाचार पत्र उतंड मार्तण्ड की शुरुआत हुई थी हिंदी के उत्थान के लिए किया गया यह एक प्रयोग था इसीलिए इस दिवस को हिन्दी पत्रकारिता दिवस के रूप में मनाते हैं। उन्होंने कहा कि आज सत्य खबर दिखाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। पत्रकार एकजुट नहीं हो पाते इसी लिए उनका उत्पीड़न होता है। उन्होंने कहा कि हमें एकजुटता के साथ एक दूसरे की मदद के लिए तत्पर रहना होगा उन्होंने कहा कि पत्रकारों में आपस में छोटा-बड़ा ये हीन भावना निकाल फेंक देनी चाहिए हम आप सभी को एक परिवार की तरह सभी के सुख दुख में खड़े रहने के साथ साथ आपस में एक दूसरे को मेल-मिलाप से बनकर रहना होगा।
उपाध्यक्ष गोपाल भारती ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता का देश में स्वर्णिम इतिहास रहा है। स्वाधीनता आंदोलन में पत्रकारिता ने स्वतंत्रता की अलख जगाने में अहम भूमिका निभायी उन्होंने बताया कि मैने तराई में पत्रकारिता का वह दौर भी देखा है जब यहां आतंकवाद का साया था लेकिन तब भी कलम की ताकत कमजोर नहीं हुयी यहां के पत्रकारों ने निर्भीक होकर आतंकवाद के उस दौर का सामना करते हुए निष्पक्ष पत्रकारिता की उन्होंने कहा कि पत्रकारिता जितनी मजबूत होगी उतना ही प्रजातंत्र भी मजबूत होगा।
वरिष्ठ सदस्य सुरेंद्र गिरधर ने कहा आज दुर्भाग्य की बात है कि पत्रकारों की संख्या तो बढ़ गयी है लेकिन पत्रकारिता कमजोर होती जा रही है। इसका सबसे बड़ा कारण यही है कि पत्रकार एकजुट नहीं है। एक दूसरे की टांग खिंचाई के चलते पत्रकारों का शोषण हो रहा है। शासन प्रशासन मीडिया के हितों की अनदेखी कर रहा है। उन्होने कहा कि एकजुटता से ही पत्रकारों के हित सुरक्षित रह सकते हैं। उन्होंने कहा पत्रकार की ताकत उसकी अपनी कलम होती है कलम की लेखनी तलवार से भी ज्यादा वार करती है पत्रकार देश का चौथा स्तंभ है जो कि देश की ताकत है। पत्रकार भाइयों को हमेशा सच्चाई के साथ खबर दिखानी चाहिए क्योंकि जीत हमेशा सत्य की होती है।
वरिष्ठ सदस्य रघुराज रघुवंशी ने कहा पत्रकारों के सामने चुनौतियां आज कोई नई बात नहीं है। चुनौतियां हमेशा रही हैं। इन चुनौतियों का सामना करने के लिए सभी को एकजुट होने की जरूरत है। कहा कि पत्रकारों की पहचान उनकी लेखनी से होती है। लेखनी की धार कुंद ना होने पाए इसके लिए हमें सतत प्रयत्नशील रहना चाहिए।
पत्रकारिता दिवस में उपस्थित पत्रकार सौरभ गंगवार, गुरबाज सिंह, हरविंदर सिंह चावला, गोपाल भारती, ललित राठौर, सुरेंद्र गिरधर, रघुराज सिंह रघुवंशी, गोपाल गौतम, नरेंद्र राठौर, शुभोदुती मंडल, भानु चुग, विकास कुमार, हिमांशु नरूला, रंजीत कुमार, अभिषेक शर्मा, अशोक सागर, विश्वजीत विश्वास, जमील अहमद, बी.एस. चौहान, अनुज सक्सेना, संदीप पांडे, रवि कुमार, आकाश गंगवार, मनोहर लाल, आशु अहमद, सुरेंद्र शर्मा, संजीव कुमार, सलमान, किशन गंगवार, महेंद्र पाल मौर्या, गुरविंद सिंह, शेर सिंह राठौर, आदिल आदि पत्रकार उपस्थित थे।