उत्तराखंड। नैनीताल जनपद के रहने वाली अधिवक्ता की मां को चंडीगढ़ पुलिस थाने का अधिकारी बताकर लाखों की ठगी करने का मामला सामने आया है। बताया कि पुलिस अधिकारी ने पीड़िता की बुआ के बेटे पर युवती के साथ दुष्कर्म करने और युवती की मौत की फर्जी कहानी बताकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने प्रकरण की तफ्तीश कर मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार जिला नैनीताल निवासी किशन ने बताया कि उसकी साली शहर में अकेली रहती है और अक्सर उसका स्वास्थ्य खराब रहता है। साली का बेटा दिल्ली में अधिवक्ता है। उन्होंने बताया कि 20 फरवरी से 22 फरवरी 2024 तक लगातार साली के मोबाइल में एक कॉल आयी। जिसने खुद को चंडीगढ़ पुलिस का अधिकारी बताया।
फर्जी अधिकारी ने बताया कि आपके रिश्तेदार ने साथियों के साथ मिलकर युवती का बलात्कार किया। जिस युवक का जिक्र फर्जी अधिकारी कर रहा था वह साली के बुआ के बेटे का नाम था। इस पर साली घबरा गई और फर्जी अधिकारी ने मामला निपटाने के लिए पैसा देने का ऑफर दिया।
आरोप था कि साली के कहने पर उसे दो बार में दो लाख रुपये और एक लाख का चेक बताए खाते में लगाया। उसके कुछ दिन बाद पुन:अधिकारी का फोन आया और बताया कि पीड़ित युवती की मौत हो चुकी है अब मामला बिगड़ने लगा है। घबराई पीड़िता ने फिर रिश्तेदारों से युवक को छोड़ने की एवज में दो लाख रुपये की धनराशि खाते में जमा करवा दी।
आरोप था कि बार-बार रकम की मांग करने पर संदेह हुआ और जब बुआ के बेटे को फोन किया तो पता चला कि युवक अपने कार्यालय में है और पुलिस कस्टडी में नहीं है। इस पर पीड़िता को ठगी होने की भनक ली। पीड़िता के जीजा ने साइबर क्राइम थाना पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने जांच के बाद मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
साइबर क्राइम थाना पुलिस द्वारा कुमाऊं भर के ठगी मामले की तफ्तीश करती है। चूंकि पीड़िता से पुलिस का अधिकारी बताकर ठगी की गई है तो साइबर थाना पुलिस ने तकनीकी जांच के बाद ठगी प्रकरण में रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच कालाढूंगी थाने को स्थानांतरित कर दी है। थाना पुलिस की जांच में साइबर क्राइम थाना पुलिस सहयोग करता है।
– ललित मोहन जोशी, थाना प्रभारी, साइबर क्राइम