उधमसिंह नगर के काशीपुर में राजस्व निर्धारण में लापरवाही एवं बिजली चोरी को बढ़ावा देने के गंभीर मामले में यूपीसीएल के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों पर कानून की तलवार लटक रही है। विजिलेंस के अधिकारियों से जहां एक ओर इस मामले में जांच की मांग मुखर है तो वहीं दूसरी ओर विभाग के एमडी को लिखित शिकायती पत्र देने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
यूपीसीएल के एक एसडीओ पर क्षेत्रवासियों ने लाखों की विद्युत चोरी कराने समेत तमाम गंभीर आरोप लगाते हुए मोर्चा खोलने का मन बनाया है। एसडीओ ग्रामीण के रूप में कार्यरत अधिकारी के बारे में आरोप है कि दायित्वों के नाम पर उक्त अधिकारी द्वारा छोटे-बड़े उद्योगों कल कारखानों में जमकर विद्युत चोरी कराई जा रही है।
लोगों की माने तो विद्युत विभाग का यह अधिकारी बिजली चोरी करने का तरीका भी खुद ही बताता है। महीने में यदि 15 लाख रूपयों की बिजली चोरी होती है तो 7:30 लाख रूपयों की देनदारी फैक्ट्री प्रबंधन को करना होता है। इस तरह देखा जाए तो अकेले काशीपुर से सरकार के राजस्व को प्रतिमाह 30 से 50 लाख रूपयों का चूना लग रहा है।
एसडीओ की कारगुजारियों पर नकेल कसने को लेकर एक व्यक्ति ने उच्च न्यायालय में शिकायत करते हुए बाकायदा विजिलेंस से इसकी जांच कराने की मांग की है। बताया गया कि तबादले के वक्त जसपुर से पांच अधिकारियों की पूरी गैंग काशीपुर आई जो आपस में सांठगांठ कर सरकार के नियम कायदों की धज्जियां उड़ाते हुए जेब भरने में जुटी है।