भारतीय संदीप के प्रेम में ‘मीरा’ बनी यूरोप की रिबेका, उत्तराखंड में हिंदू रीति-रिवाज से बांधा सात जन्मों का बंधन
यूरोप की रिबेका को भारतीय संस्कृति इतनी भायी कि उसने यहां के योग शिक्षक से हिंदू रीति-रिवाज से काशी विश्वनाथ मंदिर में सात फेरे ही नहीं लिए, बल्कि अपना नाम भी मीरा रख लिया।
बृहस्पतिवार को यूरोप के स्लोवाकिया की रिबेका व टिहरी के जाखणी चामासौड़ निवासी संदीप सेमवाल का विवाह विश्वनाथ मंदिर में हुआ।
मंदिर में मौजूद लोगों ने देशी दूल्हे के साथ विदेशी दुल्हन देख खूब तस्वीरें व वीडियो बनाए। योग शिक्षक संदीप सेमवाल ने बताया, वह 11-12 की आयु में ही ऋषिकेश के भरत मिलाप आश्रम चले गए थे। जहां उनके गुरु स्वर्गीय स्वामी रामकृपालु ने उन्हें योग व हिंदू धर्म की दीक्षा दी।
संदीप ऋषिकेश के ही स्कूल में योग शिक्षा देते हैं। 2018 में यूरोप की रिबेका भी शिक्षा लेने आई थी। उनके गुरु ने दोनों के समक्ष एक-दूसरे से विवाह का प्रस्ताव रखा था।
उनके गुरु ने ही रिबेका को मीरा नाम दिया था, लेकिन कोरोना व फिर गुरु के निधन के चलते उन दोनों का विवाह नहीं हो पाया। हाल में रिबेका विवाह के लिए यहां पहुंचीं।
इसके बाद काशी विश्वनाथ मंदिर में दोनों ने हिंदू रीति-रिवाज से शादी की। संदीप ने कहा, विवाह केवल दो लोगों का साथ नहीं, बल्कि पवित्र बंधन है, जिसे उनकी पत्नी रिबेका उर्फ मीरा भी समझती हैं।
रिबेका व संदीप के विवाह पर उनके पिता मुरारी सेमवाल व मामा भैरव दत्त जोशी ने भी खुशी जताई है।