मीडिया ग्रुप, 16 फरवरी, 2023
उत्तराखंड के अल्मोड़ा में धारानौला क्षेत्र में बुधवार को जंगल में आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि यह प्राथमिक स्कूल बख के परिसर तक पहुंच गई। इससे कक्षा में पढ़ रहे बच्चों में चीख पुकार मच गई। प्रधानाध्यापक ने बच्चों की मदद से आग बुझाने की कोशिश की। कामयाबी नहीं मिलने पर दमकल विभाग को बुलाना पड़ा। दमकल कर्मियों की एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। स्कूल को किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है।
बुधवार को स्कूल में चार बच्चों की कक्षाएं चल रही थी। शिक्षिका के अवकाश में होने के कारण प्रधानाध्यापक पान सिंह बिष्ट खुद बच्चों को पढ़ा रहे थे। अचानक धारानौला क्षेत्र के जंगल में आग लग गई। धुंआ उठने लगा। किसी को जरा भी अंदाजा नहीं था कि आग की लपटें इतनी भीषण होंगी।
कुछ ही देर में परिसर के चारों ओर धुंए का गुबार उठने पर कक्षाओं में अफरातफरी मच गई। इसके बाद प्रधानाध्यापक ने दमकल विभाग को सूचना दी। उन्होंने बताया कि स्कूल टिन और लकड़ी का बना हुआ है। इस कारण चिंता बढ़ गई थी। हालांकि आग पर काबू पा लेने से राहत मिली।
जिले में सर्दी के मौसम में अब तक जंगलों में आग की सबसे अधिक घटनाएं सामने आई हैं। अब तक 120 हेक्टेयर से अधिक जंगल आग में जल चुके हैं। बुधवार से फायर सीजन भी शुरू हो गया है और इस सीजन की पहली घटना भी सामने आ चुकी है। ऐसे में वन विभाग के लिए जंगलों को आग से बचाना बड़ी चुनौती है।
जिले में फायर सीजन को देखते हुए वन विभाग ने 155 क्रू सेंटर स्थापित किए हैं जहां 620 फॉयर वाचरों की तैनाती की गई है। वन विभाग के मुताबिक हर सेंटर में चार फायर वाॅचर तैनात हैं जो जंगलों की आग से सुरक्षा करेंगे। वन प्रभाग बागेश्वर के गढ़खेत रेंज मुख्यालय के जंगल में भी भीषण आग लगने से धुंध के आसपास के गांवों में फैलने से वातावरण प्रदूषित हो गया है।
गढ़खेत रेंज के डंगोली के आसपास के जंगलों में बुधवार दोपहर के समय अचानक आग लग गई। हांलाकि वन विभाग की टीम आग बुझाने में जुटी रही लेकिन समाचार लिखे जाने तक आग पर नियंत्रण नहीं पाया जा सका था। वन रेंजर हरीश खर्कवाल ने बताया कि कर्मचारी आग बुझाने में जुटे है जल्द ही आग को बुझा लिया जाएगा। वन रेंजर ने ग्रामीणों से जंगलों को आग से बचाने में सहयोग की अपील की है।
बख स्कूल के पास जंगल में आग लगने की सूचना मिलते ही टीम को मौके पर भेजा गया थ। दमकल कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाते हुए स्कूल को सुरक्षित बचा लिया।
– ध्रुव मर्तोलिया, डीएफओ, सिविल सोयम, अल्मोड़ा।