उधमसिंह नगर : हत्याकाण्ड का पुलिस ने किया खुलासा, तीन गिरफ्तार।

मीडिया ग्रुप, 06 फरवरी, 2023

काशीपुर। प्रतापपुर पुलिस चौकी के समीप स्थित एक निर्माणाधीन काॅलोनी के मकान में दीवान बेड के अंदर ट्रांसपोर्टर का शव मिलने के रहस्य से पर्दा उठाते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मुकेश की हत्या उसकी के दोस्तों ने महज 1500 रूपये लूटने के लिए की थी।

बता दें प्रतापपुर पुलिस चौकी के समीप स्थित एक निर्माणाधीन काॅलोनी में ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय करने वाले मुरादाबाद निवासी मुकेश नामक व्यक्ति ने मकान बनाया। दो दिन पूर्व पड़ोस में रहने वाले व्यक्ति ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी कि मुकेश के मकान से भीषण दुर्गंध आ रही है। पुलिस ने मौके पर जाकर देखा तो मकान के मुख्य द्वार पर ताला जड़ा था।

पुलिस ने ताला तोड़ कर अंदर देखा तो दीवान बेड दीवान बेड में गृहस्वामी मुकेश का शव पड़ा हुआ था। शव से भीषण दुर्गंध आ रही थी। मामले में मृतक के भाई ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा था कि 28 जनवरी से मुकेश का फोन बंद आ रहा था और 4 फरवरी को उसका शव चादपुर सैनिक कालोनी में बैंड के अन्दर पाया गया। उसके रूपये व फोन गायब था।

जानकारी करने पर पता चला कि 29 जनवरी को मुकेश के साथ उसके परिचित गौतम ,रवि गोगली और दीपक ने कमरे में बैठकर शराब पी। इसी बीच तीनों ने मुकेश की हत्या कर दी। मामले में एसएसपी के निर्देश पर एसपी अभय सिंह और क्षेत्राधिकारी चन्दना वर्मा के निर्देशन में खुलासे के लिए टीमों गठित की गयी थी।

एसपी अभय सिंह ने खुलासा करते हुए बताया कि घटना की गम्भीरता को देखते हुये आने-जाने वाले घटना स्थल के समस्त मार्गाे के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का अवलोकन किया गया। अभियोग में नामजद अभियुक्तों गौतम, रवि तथा दीपक को फुटेज के आधार पर गिरफतार किया गया।

पूछताछ में पकड़े गये आरोपी दीपक कुमार पुत्र भूप सिंह निवासी सैनिक कालोनी चांदपुर प्रतापपुर ने बताया कि उसकी दोस्ती मुकेश के साथ थी। वह अक्सर साथ बैठकर शराब पीते थे। उसने ही मुकेश की दोस्ती रवि व गौतम से करायी थी। पहले भी दो तीन बार वह लोग मुकेश के कमरे में गये थे। मुकेश अक्सर दीपक के घर आता था। दीपक ने बताया कि वह उसकी रिश्तेदारी में आता है।

अभियुक्तों से पूछताछ के आधार पर एसपी अभय सिंह ने बताया 29 जनवरी 2023 को दीपक, रवि और गौतम प्रतापपुर बाजार में मिले। दीपक ने बताया कि मुकेश के पास पांच पांच सौ रूपये की नोटों की गड्डी है और मुकेश लड़की की व्यवस्था के लिये कह रहा है। जिसके बाद दोनों पैदल पैदल जंगल गये तथा मुकेश को बताया कि लड़की की व्यवस्था हो गयी है।

मुकेश आ गया था परन्तु वहाँ पर दिन में लोगों की आवाजाही के कारण मुकेश को मारने की हिम्मत नहीं हुयी। उसके बाद मृतक मुकेश के साथ जाकर कच्ची शराब खरीदकर लाये शाम लगभग साढ़े छह बजे तीनों मुकेश के घर चले गये। वहाँ पर तीनों ने शराब पी।

जब मुकेश को ज्यादा नशा हो गया तो मुकेश सो गया तब उसे ठिकाने लगाने की पूरी तैयारी की। रवि को मुकेश की घर की छत पर निगरानी के लिये भेज दिया। वह आने जाने वाले लोगों पर नजर रखने लगा तब दीपक और गौतम ने मुकेश की चाकू एवं सरिया से हत्या कर लाश को बैंड में छिपा दिया और उसकी जेब से 1500 रूपये निकालकर आपस में बांट लिये।

कमरे में ताला लगाकर तीनों लोग फरार हो गये थे। मुकेश का फोन दीपक ने अपने पास रखा था। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त चाकू, सरिया, मृतक की मोटरसाईकिल, मोबाइल और कमरे की चाबी भी बरामद कर ली है।