उधमसिंह नगर की पुलिस ने रामलीला मैदान में फायरिंग कर एक व्यापारी को 40 लाख की रंगदारी के लिए धमकाने के आरोप में फरार चल रहे आरोपी भाजपा नेता और उद्यमी पिता-पुत्र की संपत्ति कुर्क कर ली है। आरोपियों के आवास से कीमती सामान पहले ही हटाया जा चुका है। पुलिस ने दरवाजे व खिड़कियां निकालकर कुर्की की औपचारिकता पूरी की।
बीती 25 अक्तूबर को स्टेशन रोड निवासी लोहा व्यापारी प्रतीक अग्रवाल ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि भाजपा नेता और उद्यमी अनूप अग्रवाल ने कुछ दिन पूर्व एक वीडियो दिखाकर उससे 40 लाख रुपये की मांग की। इसके बाद 22 अक्टूबर की रात रामलीला मैदान में अनूप अग्रवाल, उसके पुत्र अमोल, मनदीप, क्षितिज और राजू बाजवा समेत 15-20 लोगों ने उसके साथ मारपीट की और रंगदारी की मांग करते हुए फायरिंग भी की।
पुलिस को इस केस में उद्यमी अनूप अग्रवाल और उसके बेटे अमोल की तलाश है। बीती चार जनवरी को नैनीताल हाईकोर्ट से भी दोनों आरोपियों की अग्रिम जमानत अर्जी निरस्त हो चुकी है। इसी दिन एसीजेएम कोर्ट ने आरोपी अनूप व उसके पुत्र अमोल के खिलाफ कुर्की का आदेश जारी कर दिया। शनिवार को कोतवाल मनोज रतूड़ी, एसएसआई प्रदीप मिश्रा, कटोराताल चौकी प्रभारी नवीन बुधानी पुलिस फोर्स के साथ कुर्की आदेश की तामील के लिए आरोपियों के अलीगंज रोड पर रोजडेल स्थित आवास पर पहुंचें।
वहां पुलिस को मकान खुला मिला। मकान से ज्यादातर कीमती सामान हटाया जा चुका था। पुलिस ने कुर्की की औपचारिकता पूर्ण करते हुए वहां से अलमारी की रैक, फर्नीचर, खिड़की, दरवाजे आदि उखाड़ लिए। पुलिस ने कब्जे में लिया गया सामान कोतवाली के मालखाने में जमा करा दिया है। कोतवाल मनोज रतूड़ी ने बताया कि आरोपियों का स्टोन क्रशर व राइस मिल भी सीज किए जाएंगे। इसके बाद उनकी गिरफ्तारी पर इनाम की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी।