मीडिया ग्रुप, 5 नवंबर 2021
पटना। बिहार के गोपालगंज और पश्चिम चंपारण जिले में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है। अन्य खबरों के मानें तो पिछले 3 दिनों में 28 लोगों की जान जहरीली शराब से जा चुकी है।
गोपालगंज के जिलाधिकारी डॉ. नवलकिशोर चौधरी ने जिले के महम्मदपुर गांव में 9 लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत की पुष्टि की है। ग्रामीणों के अनुसार जहरीली शराब पीने से अब तक 13 लोगों की मौत हुई है। बुधवार को 8 लोगों की मौत हुई थी। गुरुवार की सुबह तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई।
पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार ने बताया कि संदिग्ध मौत के मामले की तफ्तीश की जा रही है। शवों का पोस्टमार्टम और विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एसएफएल) के माध्यम से जांच कराई जा रही है।
रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि आखिर लोगों की मौत किस वजह से हुई है। उन्होंने बताया कि इस मामले में चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार नौतन थाना क्षेत्र के दक्षिणी तेलहुआ गांव में गुरुवार की सुबह जहरीली शराब से 8 लोगों की मौत हो गई। ग्रामीणों के अनुसार बुधवार की देर शाम एक टोले के लोगों ने शराब पी थी और उसके कुछ देर बाद ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी थी। सभी को आनन-फानन में नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है।
कई लोग अभी भी गंभीर रूप से बीमार हैं। बेतिया के पुलिस अधीक्षक उपेन्द्रनाथ वर्मा ने कहा कि वे खुद इस मामले को देख रहे हैं। मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
तेजस्वी ने नीतीश पर साधानिशाना-
इन चीख़ों का गड़बड़ DNA वाली NDA सरकार और तीन नंबरिया पार्टी के मुखिया पर कुछ फ़र्क नहीं पड़ता। जहरीली शराब से बिहार में दिवाली के दिन सरकार द्वारा 35 से अधिक लोग मारे गए।
हाँ! किसी की सनक से बिहार में कागजों पर शराबबंदी है अन्यथा खुली छूट है क्योंकि ब्लैक में मौज और लूट है। pic.twitter.com/9Wz0WNuq81
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 4, 2021
राज्य में हुई इन मौतों पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। तेजस्वी ने अपने एक ट्वीट में कहा कि इस दर्दनाक घटना पर गहरी शोक संवेदना प्रकट करता हूं।
ईश्वर शोकाकुल परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। बिहार को पलायन के साथ-साथ इस दर्द को भी सहना पड़ता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जश्न में मस्त हैं, इसलिए उन्हें इन घटनाओं का संज्ञान लेने और संवेदना प्रकट करने का समय भी नहीं है।