उधमसिंह नगर के खटीमा में दोहरे हत्याकांड के खुलासे के करीब पहुंचने का दावा कर रही पुलिस की जांच नन्हे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद फिर से उलझ गई है। अब तक 100 से अधिक लोगों से पूछताछ करने के बावजूद 22 दिन बाद भी पुलिस के हाथ बदमाशों के गिरहबान तक नहीं पहुंच सके हैं।
डीआईजी योगेंद्र रावत के बुधवार को भारामल मंदिर स्थित घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद पुलिस अधिकारियों ने इस दोहरे हत्याकांड में कुछ महत्वपूर्ण सुराग लगने की बात कही थी। पुलिस अधिकारियों ने जांच में मदद के लिए नन्हे से जानकारी भी जुटाई थी। लेकिन उसी रात संदिग्ध हालत में नन्हे की मौत के बाद शीघ्र खुलासे का दावा कर रही पुलिस बैकफुट पर पहुंच गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार नन्हे की मौत फेफड़ों में पानी भरने से हुई है। यानी नन्हे की मौत डूबने से होने की आशंका व्यक्त की जा रही है लेकिन बारीकी जांच की जाए तो इसकी दूसरी वजह भी सामने आ सकती है। निर्वाण आश्रम में रह रहे घायल सेवादार नन्हे का शव बुधवार रात खकरा नाले में मिला था। नन्हे का मोबाइल उसके बिस्तर पर मिला था, जिसकी कॉल डिटेल निकाली रही है। पुलिस अधिकारी इस मामले में बोलने से बच रहे हैं। संवाद