काशीपुर। एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान नवजात शिशु की मौत हो गई। शिशु के परिजनों ने डॉक्टर और स्टाफ पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव को हल्द्वानी भेज दिया है।
ग्राम बांसखेड़ी खुर्द निवासी धर्मेंद्र पुत्र रामकिशन ने पुलिस को तहरीर दी। कहा कि बीते आठ दिसंबर को उसका बेटा हुआ था जो काफी रो रहा था तब परिजनों ने उसी दिन नवजात बेटे को इलाज के लिए मुरादाबाद रोड स्थित एक निजी अस्पताल के एनएसयूआई में भर्ती कराया था।
इलाज कर रहे डॉक्टर ने बच्चे को स्वस्थ बताया था। परिजनों के मुताबिक बच्चे ने दिन में दूध भी पिया। नौ दिसंबर की देर शाम से एनएसयूआई में भर्ती नवजात शिशु अचानक रोने लगा।
परिजनों ने इस संबंध में कई बार डॉक्टर व स्टाफ को बताया। लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। परिजनों के मुताबिक रविवार तड़के शिशु की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने नवजात शिशु के शव को पोस्टमार्टम के लिए हल्द्वानी भेज दिया है।
उधर पोस्टमार्टम ड्यूटी में तैनात एलडी भट्ट उप जिला चिकित्सालय के डॉ. अमरजीत सिंह साहनी ने बताया कि नवजात के पोस्टमार्टम के लिए यहां फोरेंसिक एक्सपर्ट नहीं है। इसलिए डॉक्टर के पैनल में शामिल वरिष्ठ चिकित्सक सर्जन डॉ. हरीश पंत, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव पुनैठा व डॉ. अमरजीत सिंह साहनी ने मौत का कारण स्पष्ट करने के लिए शव को हल्द्वानी भेज दिया।
वहीं हल्द्वानी में मंडी चौकी पुलिस ने बताया कि नवजात के शव का पोस्टमार्टम कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी है।
एसपी अभय सिंह का कहना है कि नवजात के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद सीएमओ स्तर से डॉक्टरों का पैनल संबंधित अस्पताल में जांच करेगा। जांच रिपोर्ट सीएमओ स्तर से आने के बाद ही पुलिस में संबंधित के खिलाफ केस दर्ज होगा।