मीडिया ग्रुप, 25 सितंबर, 2021
कोरोना काल में ‘मजदूरों के मसीहा’ बनकर सामने आए सोनू सूद इन दिनों आयकर विभाग की छापेमारी की वजह से सुर्खियों में हैं। बीते दिनों आईटी टीम ने सोनू सूद के 6 ठिकानों पर छापा मारा था। जिसके बाद आईटी विभाग ने सोनू सूद पर 20 करोड़ रुपये से अधिक की टैक्स चोरी का आरोप लगाया।
अब हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान सोनू सूद ने आईटी रेड और हैदराबाद में अस्पताल खोलने की योजना पर बात की। उन्होंने कहा कि उनके सपने बड़े हैं और वह एक मिशन पर हैं।
सोनू सूद ने कहा, किसी भी फाउंडेशन को जो फंड मिलता है, उसके पास फंड का उपयोग करने के लिए एक साल की समय सीमा होती है। यदि फंड का उपयोग नहीं होता है, तो आप इसे एक और वर्ष के लिए बढ़ा सकते हैं। मैंने कुछ महीने पहले ही इस फाउंडेशन को लिस्टेड किया था, कोरोना की दूसरी लहर के करीब।
उन्होंने कहा, पहली लहर के दौरान, जब मैंने प्रवासियों की मदद करना शुरू किया, तो मेरे पास ऐसे लोग थे जिन्होंने प्रवासियों के लिए बस बुक करने की पेशकश की थी। हम तब पैसे इकट्ठा नहीं कर रहे थे। मैंने पिछले चार-पांच महीनों में पैसे जमा करना शुरू किया। नियमों के अनुसार, मेरे पास इन फंडों का इस्तेमाल करने के लिए सात महीने से ज्यादा का समय है।
सोनू सूद ने कहा कि मैं लोगों की मेहनत की कमाई को बर्बाद नहीं करने जा रहा हूं। मैं जो ब्रांड एंडोर्समेंट से कमाता हूं उसका 25 प्रतिशत और कभी-कभी 100 प्रतिशत सीधे मेरे फाउंडेशन को जाता है। अगर ब्रांड पैसे दान करता है, तो मैं उनका मुफ्त में विज्ञापन करता हूं। फाउंडेशन में फंड भी मेरे व्यक्तिगत फंड हैं, जो मैंने दान किए हैं।
वहीं हैदराबाद में अस्पताल खोलने की योजना के बारे में बताते हुए सोनू सूद ने कहा, जितने लोग हमारे पास मदद के लिए आए उनमें से कई के इलाज हैदाराबाद में हुआ। हैदराबाद के कुछ अस्पतालों का इंफ्रास्ट्रक्चर अलग स्तर पर है। आने वाले 50 सालों में योजना यह है कि अगर सोनू सूद रहे या न रहे, लेकिन इस चैरिटेबल अस्पताल के जरिए लोगों का मुफ्त इलाज होना चाहिए।