सावधान : जून में कोरोना की चौथी लहर की आशंका, वैज्ञानिकों की चेतावनी, मास्क और बचाव के नियमों का पालन जरूरी।

मीडिया ग्रुप, 01 मार्च, 2022

कोविड-19 की तीसरी लहर लगभग खात्मे की ओर है। तेजी से घट रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को देख अब लोगों में भी राहत है लेकिन ऐसा नहीं कोरोना का खतरा टला हो। आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि कोरोना की चौथी लहर, जून के मध्य या आखिर तक आ सकती है।

ये चेतावनी आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों ने एक शोध के बाद दी है। शोध में एक सांख्यिकीय मॉडल का इस्तेमाल किया गया और उसके नतीजों से पता चलता है कि अगली लहर लगभग चार महीने तक रहेगी। इस शोध के मुताबिक, जो डेटा निकलकर सामने आया है, वो इस तरफ इशारा करता है कि भारत में चौथी लहर आयेगी।

देश में कोरोना वायरस के नए मामलों में लगातार कमी देखने को मिल रही है। वर्तमान में देश में कोरोना की तीसरी लहर चल रही है। हालांकि अब यह खात्मे की ओर है। इन सबके बीच सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि क्या कोरोना वायरस की चौथी लहर भी आएगी?

इसको लेकर वैज्ञानिकों ने एक बार फिर से कड़ी चेतावनी दे दी है। आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि कोरोना वायरस की चौथी लहर जून के मध्य या आखिर तक आ सकती है। जाहिर सी बात है कि वैज्ञानिकों की ओर से इस तरह की चेतावनी एक बार फिर से सभी को डरा सकती है।

आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों ने एक शोध के बाद बताया कि भारत में कोरोना वायरस की चौथी लहर शुरुआती डाटा की उपलब्धि तारीख से 936 दिनों के बाद आएगी और यह तारीख थी 30 जनवरी 2020। इस रिसर्च में एक सांख्यिकी मॉडल का इस्तेमाल किया गया है और नतीजों के बाद इस बात की जानकारी मिली है कि अगली लहर लगभग 4 महीनों तक रहेगी जो कि कहीं ना कहीं डराने वाली है।

भारत में चौथी लहर की शुरुआत 22 जून के आसपास हो सकती है जबकि इसका अंत अगस्त के मध्य आखिर में होगा। भारत में कोरोना वायरस की वैरीअंट वैक्सीनेशन पर निर्भर करेगी। इसकी रोकथाम के लिए मास्क और कोरोना से बचाव नियमों का पालन जरूरी करना चाहिए।