रुद्रपुर। फर्जी चेकों से एसएलएओ के सरकारी खाते से 13.51 करोड़ की रकम निकालने में शामिल रुद्रपुर के इंडसइंड बैंक के प्रबंधक और सहायक प्रबंधक को पुलिस ने मंगलवार को बैंक से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने ट्रांसफर किए गए 7.5 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिए हैं। वहीं फर्जी चेक लगाने वाले तीन संदिग्धों को भी पुलिस ने चिह्नित कर लिया है। बुधवार को पुलिस कार्यालय में एसएसपी डॉ मंजूनाथ टीसी ने मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि सोमवार को सक्षम प्राधिकारी विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी (एसएलएओ) कौस्तुभ मिश्र ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का इंडसइंड बैंक रुद्रपुर में खाता था। 28 और 31 अगस्त को बैंक में फर्जी चेकों के जरिए 13 करोड़ 51 लाख 46 हजार रुपये अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए हैं। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था।
पुलिस जांच में सामने आया कि बैंक प्रबंधक देवेन्द्र सिंह और सहायक प्रबंधक प्रियम सिंह सरकारी रकम को निकालने की साजिश में शामिल थे। पुलिस ने मंगलवार देर रात दोनों को बैंक से ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर फर्जी और कूटरचित दस्तावेज की बरामदगी की है।
एसएसपी ने कहा कि बैंक में फर्जी चेकों को लगाने वाले तीनों संदिग्धों को पुलिस ने चिह्नित कर लिया है। जल्द ही अगला लेख उनको गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा। बताया कि आरोपियों ने शामली यूपी और अमृतसर के एसएलएओ के चेक भी इसी बैंक में लगाए थे। इसमें से शामली में मुकदमा दर्ज हो चुका है। जबकि अमृतसर के एसएलएओ के चेक का भुगतान नहीं हो पाया था। उन्होंने कहा कि जांच में अन्य प्रदेशों के मामले भी सामने आ सकते हैं। अगर ऐसा होगा तो उत्तराखंड एसटीएफ को जांच सौंपी जाएगी।