रुद्रपुर सहित उधमसिंह नगर के कई शहरों में टैक्स चोरी का मामला आया सामने

रुद्रपुर। सरकार की बिल लाओ इनाम पाओ योजना के जरिए राज्य कार विभाग टैक्स चोरी करने वाली फर्मों तक पहुंचने का जरिया बन गई है।

इस योजना के जरिए जिले में पकड़ी गई पांच फर्मों से जब्त दस्तावेज और बिलिंग मशीन से जीएसटी चोरी का आकलन किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि तीन फर्मों पर नौ लाख का टैक्स निकला है और बाकी दो फर्मों का जांच की जा रही हैं।

दरअसल सरकार ने एक साल पहले बिल लाओ इनाम पाओ योजना की शुरूआत की थी जिसके तहत लोगों को सामान खरीदने के बाद उसके बिल पोर्टल पर अपलोड करना है और लकी ड्राॅ के जरिए उपभोक्ताओं को इनाम दिए जाते हैं।

इस योजना में बड़ी संख्या में लोगाें ने बिल अपलोड किए हैं और ये ही बिल टैक्स चोरी करने वाली फर्मों तक राज्य कर विभाग को पहुंचा रहे हैं। इस योजना के तहत अपलोड बिलों की विभाग ने जांच की तो टैक्स चोरी में जिले की पांच फर्म चिह्नित की गई।

जांच में पता चला था कि इन फर्मों का एक साल से पंजीकरण निरस्त था, लेकिन इसके अलावा ग्राहकाें से टैक्स वसूल करते हुए टैक्स इनवॉयस जारी किए गए थे।

टीमों ने दस्तावेजों का विश्लेषण किया तो तीन फर्म पर टैक्स चोरी की रकम नौ लाख रुपये तक पहुंची है। तीन फर्मों के मालिक राज्य कर विभाग में पेश हो चुके हैं।

राज्य कर विभाग की टीमों ने प्रतिष्ठानों में ग्राहक बनकर सामान खरीदा और जब व्यापारी ने निरस्त पंजीकरण फर्म से टैक्स वसूल करते हुए टैक्स इनवॉयस दी तो टीम ने दस्तावेजों और बिलिंग मशीनों को जब्त किया था।

जिसमें काशीपुर में एक मोबाइल फोन, बाजपुर और सुल्तानपुर पट्टी में दो रेस्टोरेंट, दिनेशपुर के एक डिपार्टमेंटल स्टोर और रुद्रपुर मुख्य बाजार में रेडीमेट गारमेंट की दुकान शामिल थी।

राकेश वर्मा, अपर आयुक्त, राज्य कर विभाग ने बताया कि फर्मों से जब्त दस्तावेजों का विश्लेषण कर टैक्स का आकलन किया जा रहा है। जिसके बाद फर्मों को नोटिस भेजकर टैक्स वसूल किया जाएगा।