उधमसिंह नगर : 173 करोड़ से बढ़ेगी बिजली घरों की क्षमता, भूमिगत होंगी बिजली की लाइन

रुद्रपुर। ऊर्जा निगम की ओर से बिजली लाइन को अंडरग्राउंड करने के साथ ही बिजली घरों की क्षमता बढ़ाने की कवायद की जा रही है। आरडीएसएस योजना के तहत निगम की ओर से 173 करोड़ रुपये की डीपीआर तैयार की गई है और मुख्यालय स्तर से इसकी टेंडर प्रक्रिया की जाएगी।

जिले के औद्योगिक और आवासीय क्षेत्रों में बिजली की खपत हर साल तेजी से बढ़ रही है। इसके तहत उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए ऊर्जा निगम की ओर से तमाम कसरतें की जा रही हैं। इसी क्रम में आरडीएसएस योजना के तहत रुद्रपुर जोन में शामिल रुद्रपुर, सितारगंज और खटीमा में कुल 17 किलोमीटर की बिजली लाइन को भूमिगत किया जाएगा।

सिडकुल पंतनगर के सेक्टर दो की 33 केवी लाइन की पांच किमी की लाइन और खटीमा के कंजाबाग बिजलीघर की चार किमी लाइन को अंडरग्राउंड किया जाएगा। सितारगंज के बड़े बिजलीघर की आठ किमी विद्युत लाइन को बदला जाएगा। वर्तमान में नवोदय विद्यालय और भदईपुरा बिजलीघर को 132 केवी के बिजलीघर से बिजली सप्लाई दी जा रही है लेकिन योजना में 12 किमी की इस लाइन को अब जाफरपुर के 220 केवी के बिजलीघर से सप्लाई दी जाएगी।

इससे शहर के 10 से 15 हजार उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली मिलेगी। इसके अलावा 11 करोड़ की रुपये से बिजलीघरों की पुरानी मशीन बदली जाएंगी। जंगल से गुजरने वाली लाइन की सुरक्षा भी बढ़ाई जाएगी। खुली लाइन की जगह कवर कंडेक्टर लाइन बिछाई जाएंगी। खटीमा से लोहियाहेड और खटीमा से मेलाघाट जंगल के बीच से जाने वाली विद्युत लाइन की जगह कवर कंडक्टर लाइन लगाई जाएंगी।

हमारा मुख्य उद्देश्य बेहतर गुणवत्ता के साथ बिजली की सुचारू आपूर्ति करना है। आरडीएसएस योजना के तहत होने वाले कार्यों की डीपीआर बनकर तैयार हो चुकी है। मुख्यालय स्तर से इसकी टेंडर की प्रक्रिया की जा रही है। टेंडर प्रक्रिया सम्पन्न होने के बाद इस योजना के कार्य शुरू हो जाएंगे।

– शेखर त्रिपाठी, अधीक्षण अभियंता, ऊर्जा निगम