उत्तराखंड : पूर्व सीएम हरीश रावत, सोनिया गांधी का स्विस बैंक में काला धन जमा होने संबंधी एक वॉट्सएप मैसेज के आधार पर लिखाये गये मुकदमें में आरोपी बनाया गया पत्रकार दोषमुक्त।
मीडिया ग्रुप, 17 सितंबर, 2023
स्विस बैंक में काला धन जमा करने वालों को पहली सूची जारी, नाम के आगे लिखी धनराशि करोड़ों में है, इस तरह का वॉट्सएप मैसेज अक्सर देखने को मिलता है लेकिन इसकी सच्चाई क्या है इसे जाने बिना ही लोग इसे आगे फॉरवर्ड करते रहते है।
इस तरह का मैसेज फॉरवर्ड करने का एक मामला वर्ष 2015 में उत्तराखंड में कांग्रेस सरकार से मुख्यमंत्री हरीश रावत के कार्यकाल के दौरान सामने आया। मैसेज में तत्कालीन सीएम हरीश रावत, कांग्रेस अध्यक्षा रही सोनिया गांधी सहित कई लोगों के नाम शामिल थे। इस संबंध में रुद्रपुर कोतवाली में कांग्रेसी नेता अरुण कुमार पांडेय द्वारा एफआईआर दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि सीएम हरीश रावत की छवि खराब करने की मंशा से ऐसा वॉट्सएप मैसेज सोशल मीडिया पर चलाया जा रहा है। मैसेज में कांग्रेसी नेताओं के सहित सोनिया गांधी का भी नाम लिखा गया था।
इस मामलें की एफआईआर पंजाबी मोर्चा समाचार पत्र के स्थानीय पत्रकार अर्पितराज कक्कड़ के विरुद्ध आई टी एक्ट और 501 आईपीएस की धाराओं में दर्ज कर तत्काल उसकी गिरफ्तारी कर ली गई। जिसके विरुद्ध वह हाई कोर्ट तक गए लेकिन कोई रिलीफ न मिल पाने से उन्हें मुकदमें का सामना करना पड़ा।
अर्पित राज कक्कड़ ने बताया कि उनके द्वारा अपने मुकदमें में जिला न्यायालय के एडवोकेट गुरबाज सिंह को अपना वकील नियुक्त कर पैरवी की गई। अर्पित ने बताया कि उसके द्वारा पुलिस और सरकार के विरुद्ध विभिन्न समस्याओं को लेकर निर्भीकता से खबरों का प्रकाशन किया गया जिसका खामियाजा इस तरह के मुकदमें के रूप में उन्होंने भुगतना पड़ा।
अर्पित की ओर से पैरवी करने वाले गुरबाज सिंह एडवोकेट ने बताया कि यह केस पिछले 8 वर्षो से विचाराधीन था और इस दौरान अभियोजन द्वारा मामलें में 7 गवाह प्रस्तुत किए गए। अर्पित राज पत्रकारिता से जुड़ा होने से विभिन्न अनियमत्ताओं और भ्रष्टाचार संबंधी खबरों का प्रकाशन उनके द्वारा पुलिस और सरकार के संबंध में किया था जिनको बचाव पक्ष की ओर से न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। 8 साल की लंबी लड़ाई के बाद पत्रकार अर्पित राज कक्कड़ को दोषमुक्त होने से बड़ी राहत मिली है।