मीडिया ग्रुप, 16 मार्च, 2023
रुद्रपुर। तराई में बिजली की खपत बढ़ने से बिजली संकट गहराने लगा है। ऊर्जा निगम के रुद्रपुर सर्किल में इस वर्ष नौ महीने में 11,221 घरेलू और व्यावसायिक बिजली कनेक्शन बढ़े हैं। कनेक्शन के सापेक्ष आपूर्ति नहीं होने से तराई में अघोषित बिजली का खतरा बढ़ गया है।
ऊधमसिंह नगर के लोहियाहेड स्थित पावर हाउस में वर्तमान में 45 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। मांग के अनुरूप बिजली का उत्पादन नहीं होने से बाहरी राज्यों से बिजली खरीदनी पड़ रही है। बिजली की कमी की वजह से जिले में करीब दो महीने लोगों को अघोषित बिजली कटौती का सामना करना पड़ा था।
जिले की आबादी बढ़ने के साथ ही कनेक्शन की संख्या बढ़ गई है। बिजली की खपत बढ़ने से डिमांड भी बढ़ती जा रही है। रुद्रपुर सर्किल में मार्च 2022 तक बिजली के कनेक्शन की संख्या दो लाख 73 हजार 684 थी, जो कि दिसंबर 2022 तक बढ़कर दो लाख 84 हजार 905 पहुंच गई है।
गत नौ महीनों में बढ़े कुल 11221 बिजली कनेक्शन में से 9665 घरेलू और 1556 व्यावसायिक हैं। ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता शेखर त्रिपाठी ने बताया कि गर्मियों में बिजली की अधिक जरूरत पड़ती है। दिसंबर 2021 में 210 मिलियन यूनिट (एमयू) बिजली की खपत थी। वर्तमान में करीब 214 मिलियन यूनिट की खपत है।
कटिया डालकर बिजली चोरी करने से भी बिजली अधिक खर्च हो रही है। कई मलिन बस्तियों में बिजली चोरी की जा रही है। ऊर्जा निगम की टीम ने बिजली चोरी रोकने और बिजली बिल का भुगतान न करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई शुरू कर दी है। अधीक्षण अभियंता शेखर त्रिपाठी ने बताया कि सभी जेई और एसडीओ को बिल जमा न करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
रुद्रपुर सर्कल के बिजली उपभोक्ताओं पर कुल 289 करोड़ रुपये बिल बकाया था। इसमें 92 करोड़ रुपये करोड़ वसूले गए हैं। अब 187 करोड़ रुपया बकाया है। 5000 हजार से अधिक बकायेदारों के कनेक्शन काटे जा रहे हैं। अभी तक कुल 226 कनेक्शन को काटे गए हैं।